रोहित ने कहा- खेलने के सही तरीके खोजिए
इंग्लैंड में तो अधिकांश पूर्व क्रिकेटरों को पिच खराब लगी है और भारत में भी युवराज सिंह जैसे दिग्गजों ने दबी जुबान में पिच पर ही सवाल उठाए हैं लेकिन रोहित का मानना है कि यह बस एक चुनौतीपूर्ण पिच थी जो केवल बल्लेबाज से अधिक ध्यान से खेलने की अपेक्षा रखती है।
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भारत की 10 विकेट की जीत के बाद रोहित का कहना है कि यहां आपको खेलने के सही तरीके खोजने होते हैं।
रोहित ने एक आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, पिच ने कुछ नहीं किया। अगर मैं याद कर सकता हूं, तो ज्यादातर बल्लेबाज सीधी गेंद पर आउट हो गए। सिर्फ उन्होंने (इंग्लैंड) ही नहीं, हमने भी बल्लेबाजी इकाई के रूप में बहुत गलतियां की। हमने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। पिच में ऐसा कोई भूत नहीं था। यह बल्लेबाजी करने के लिए एक अच्छी पिच थी। एक बार जब आप अंदर होते हैं, तो आप रन भी बना सकते हैं।"
पिच की सबसे बड़ी दिक्कत-
इस पिच पर अक्षर पटेल ने 11 और अश्विन ने 7 विकेट लिए। इंग्लैंड की ओर से जैक लीच ने 4 और जो रूट ने 5 विकेट लिए। रोहित ने माना कि इस पिच पर आप अधिक समय तक स्पिनरों को रोक कर नहीं खेल सकते। आपको उन पर रन बनाने होंगे।
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रोहित ने बताया कि सबसे बड़ी दिक्कत यही थी कि जब आप टर्न के लिए खेलते थे तो गेंद कई बार रपटती हुई सीधी स्टंप में जा घुसती थी और कोई बॉल इतनी बुरी तरह घूमती थी कि बल्लेबाज को छका देती थी। ऐसे में रोहित ने आगे कहा-
मैंने रन बनाने की ओर देखा, केवल विकेट बचाने की और नहीं- रोहित
आपको थोड़ा आगे रहकर सोचना होता है और रन बनाने के तरीके निकालने होते हैं। मेरी सोच केवल अपना विकेट बचाने की नहीं थी बल्कि रन बनाने की भी थी। आप अच्छी गेंदों को सम्मान दीजिए। मैंने यही किया।
अब भारतीय टीम को 4 मार्च को अहमदाबाद में ही चौथा और अंतिम टेस्ट मैच खेलना है। भारत चाहेगा कि सीरीज को 3-1 से जीतकर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में बर्थ बुक की जाए। फिलहाल इस रेस में भारत और ऑस्ट्रेलिया ही बचे हुए हैं।