नई दिल्लीः पिछले 6 महीनों में भारत की बैंच स्ट्रे्ंथ पर बहुत ज्यादा चर्चा हुई है ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत के युवा खिलाड़ियों का विकट परिस्थितियों में जबरदस्त टेस्ट हुआ है जिस पर वह खरे उतरे हैं। चाहे वह टी नटराजन हो, वाशिंगटन सुंदर, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, या शार्दुल ठाकुर उन्होंने आस्ट्रेलिया में कमाल किया है। और या फिर अक्षर पटेल हों, ईशान किशन हो क्रुणाल पांड्या, प्रसिद्ध कृष्णा और सूर्यकुमार यादव जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू धरती पर कमाल का काम किया है।
भारत की यह नई खेंप देखकर विपक्षी टीम ना केवल चौंकती है बल्कि वह भयभीत दिखती है। भारत की बेंच स्ट्रेंथ रातों-रात नहीं बनी है बल्कि वह कई साल से निर्मित हो रही थी लेकिन पिछले चार-पांच महीने इस तरह के रहे कि भारत को अपनी यह ताकत दिखाने का भरपूर मौका मिला। भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने टीम इंडिया के बैक अप ऑप्शन पर खुशी जताई है और इसको इंडियन प्रीमियर लीग और भारत के घरेलू सर्किट की देन बताया है।
IND vs ENG: प्रसिद्ध कृष्णा के जबरदस्त डेब्यू में चमका ऑस्ट्रेलिया के सबसे तूफानी बॉलर का नाम
संजय बांगड़ ने स्टार स्पोर्ट्स पर एक शो के दौरान बात करते हुए कहा, "इंडिया के पास इस समय जिस तरह का टैलेंट है यह अपने आप में एक फैक्ट्री के समान है क्योंकि इसकी स्ट्रक्चर इतनी शानदार है। आईपीएल ने एक बेहतरीन फाउंडेशन बनाई है, फर्स्ट क्लास क्रिकेट का ढांचा एकदम जबरदस्त है। भारत की युवा खिलाड़ियों की लिस्ट में कुणाल पांड्या और प्रसिद्ध कृष्णा नए नाम है जिन्होंने 23 मार्च को इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय क्रिकेट में डेब्यू करते हुए अपना जौहर दिखाया। उन्होंने महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन पुणे में अपने खेल से सबको आश्चर्यचकित किया।
बड़ौदा के ऑलराउंडर कुणाल ने 58 रनों की नाबाद पारी खेली और कर्नाटक के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने 8.1 ओवर में 54 रन देकर चार विकेट लिए जिसमें अहम ब्रेक थ्रू शामिल थे। भारत के युवाओं की और शिखर धवन के अनुभव की मिली जुली ताकत के दम पर इंग्लैंड को 66 रनों से धराशाई कर दिया गया। कुणाल पांड्या को अक्षर पटेल की जगह पर क्यों लिया गया है इस पर भी संजय बांगर ने बात की। उनका कहना है कि क्रुणाल ने विजय हजारे ट्रॉफी में 2 शतक लगाए और विकेट भी लिए इसके चलते उनको यहां 50 ओवर की प्रतियोगिता में लिया गया है।
संजय बांगर ने यह भी कहा कि हमारे पास इस समय गुणवत्ता भी है और संख्या भी है यानी भारत के पास क्वांटिटी और क्वालिटी दोनों मौजूद हैं। इस समय यह सब चीजें देखने के बाद आपको काफी अच्छा महसूस होता है।
बांगर ने आगे जोड़ते हुए कहा की- "मैं महसूस करता हूं किसी भी खिलाड़ी के कॉन्फिडेंस के लिए उसको लगातार मौके देना जरूरी है। अगर खिलाड़ी रेगुलर बेसिस पर उन मौकों को भुनाता है तो फिर वह मुश्किल खेल के दौरान तैयार रहेगा और वह सेट रहेगा। इसके अलावा भारत के पास बहुत ही ज्यादा विकल्प इस समय मौजूद है।"
भारत और इंग्लैंड की टीम उसी जगह पर शुक्रवार को दूसरे एकदिवसीय मैच में खेलेंगे। इंग्लैंड को तीन मैचों की सीरीज को जिंदा रखने के लिए यह मुकाबला किसी भी कीमत पर जीतना होगा।