नई दिल्लीः संजय मांझरेकर भारत के पूर्व बल्लेबाज है जो एक दशक से भी अधिक समय से क्रिकेट विश्लेषण और कमेंट्री में सक्रिय हैं। संजय मांझरेकर को उनकी पैनी समझ और बातों को सीधा कहने की आदत के कारण जाना जाता है। कई बार उनके आकलन इतने स्पष्ट और तीखें भी हो सकते हैं कि वे सोशल मीडिया पर यूजर्स के निशाने पर आ जाते हैं।
संजय मांजरेकर ने भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे की बैटिंग को लेकर नाखुशी जाहिर की है और कहा है कि हाल के समय में रहाणे की बल्लेबाजी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रही है। मौजूदा टेस्ट सीरीज के दौरान रहाणे ने छह पारियों में मात्र 18.66 की औसत से केवल 112 रन ही बनाए हैं।
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दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में उनके द्वारा बनाए गए 67 रनों को छोड़ दें तो रहाणे दोहरा अंक हासिल करने के लिए भी तरसते दिखाई दिए हैं। मांजरेकर का कहना है कि वे किसी भी तरह से आश्वस्त दिखाई नहीं दे रहे हैं और यह उनकी बेटिंग में सुरक्षा को दर्शाता है।
नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम अहमदाबाद में चल रहे टेस्ट के दौरान उन्होंने चार चौके लगाते हुए 27 रन बनाए लेकिन फिर जेम्स एंडरसन का शिकार हो गए।
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मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए बताया- "अजिंक्य रहाणे के विकेट की बात करें तो इन दिनों जब भी मैं उनको बैटिंग करते हुए देखता हूं तो मैं उनमें उस तरह का कंफर्ट नहीं पाता हूं। अजिंक्य रहाणे आपको उस तरह के सिक्योरिटी नहीं देते हैं जो आपकी टीम और आपके फैंस आप से चाहते हैं। उनकी बैटिंग में यह एक कमी है जो काफी लंबे समय से चलती आ रही है। जब भी मैं इन दिनों रहाणे को बैटिंग करते हुए देखता हूं मुझे उनमें आत्मविश्वास की कमी दिखती है एक ऐसा बल्लेबाज दिखता है जो बुरी तरह से असुरक्षा का मारा है।"
55 साल के मांजरेकर ने कहा कि रहाणे अटैकिंग शॉर्ट्स खेलकर रन बनाना चाहते हैं लेकिन शॉट खेलते हुए आश्वस्त नहीं लगते हैं। रहाणे ने दिसंबर 2020 के दौरान आस्ट्रेलिया में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में एक यादगार शतक लगाया था जिसने भारत को सीरीज में वापसी करने का मौका दिया था। वे उसके बाद में 20 या 30 रन तो बना लेते हैं लेकिन अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा पाते। हालांकि रहाणे ने चौथे मैच की पूर्व संध्या पर बयान दिया था और कहा था कि जब भी टीम को जरूरत होती है वह रन बनाते हैं इसलिए उनको फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या कहते हैं।