संजय मांजरेकर के गले नहीं उतरा कोहली का बयान-
कोहली ने कहा कि हमको बाहरी तौर पर की जाने वाली नकारात्मक बातों को टीम कैंप के अंदर एंट्री नहीं देनी चाहिए क्योंकि इससे माहौल और खराब होता है। कोहली ने आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ियों का बचाव किया और कहा कि ऐसे खिलाड़ियों के उचित प्रबंधन के लिए पूरा सिस्टम तैयार है ताकि उनकी मानसिकता स्वस्थता बनी रहे। लेकिन ऐसा लगता है विराट कोहली का यह बयान भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर के गले नहीं उतरा है।
मांजरेकर ने ट्वीट करते हुए कोहली के बारे में बात की है। संजय मांझरेकर भी अपनी बात को साफ करने के लिए जाने जाते हैं और वह तारीफ के साथ-साथ आलोचना करने में कभी पीछे नहीं हटते हैं।
केएल राहुल के आलोचकों को कोहली का जवाब- 'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना'
मांजरेकर ने किया ये ट्वीट-
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा- "विराट कोहली जिन चीजों की बातें कर रहे हैं और उनको बकवास करार दे रहे हैं वो असल में पब्लिक परफॉर्मेंस पर पब्लिक रिएक्शन होता है। और यह दोनों तरह से है क्योंकि जब आप बेहतर खेलते हो तो तारीफ भी मिलती है और जब आप खराब करते हो तो आलोचना भी मिलती है। विराट कोहली को यह पुरानी चीज शांति और परिपक्वता के साथ स्वीकार करनी चाहिए जैसे कि धोनी ने की थी।
उल्लेखनीय है कि विराट कोहली ने पहले भी केएल राहुल और अपने अन्य आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ियों का बचाव किया है और संजय मांजरेकर भी भारतीय खिलाड़ियों की आलोचना करने वाले व्यक्ति रहे हैं। उन्होंने रविंद्र जडेजा को लेकर बिट्स एंड पीसेज वाला कमेंट किया था जिससे पिछले साल तक भी काफी हंगामा बरपाया था और बीसीसीआई ने मांजरेकर को कमेंट्री पैनल से बाहर कर दिया था।
आगे ओपनिंग करने की गारंटी नहीं-
विराट कोहली ने यह भी कहा कि उन्होंने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में ओपनिंग करने का फैसला इसीलिए लिया था ताकि सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी को टीम की प्लेइंग इलेवन में फिट होने का मौका मिल जाए। इसके साथ ही कोहली ने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इस साल के आखिर में होने वाले T20 वर्ल्ड कप में भी वे ओपनर के तौर पर दिखाई देंगे। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अंतिम टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में कोहली का यह मूव भारत के लिए बढ़िया काम कर गया क्योंकि उन्होंने और रोहित शर्मा दोनों ने अर्धशतक लगाए और सूर्यकुमार यादव ने अपने पसंदीदा जगह नंबर तीन पर खेलते हुए कुछ अच्छे शॉट लगाए।
कोहली यह भी साफ कहते हैं कि आप मैदान पर अपनी 11 को किस तरह से फिट करते हैं इसमें चयनकर्ताओं का कोई रोल नहीं होता और साथ ही वह यह भी स्पष्ट करते हैं की खिलाड़ियों के ओवरऑल चयन की भूमिका में प्रबंधन का भी कोई रोल नहीं होता है। कोहली ने कहा कि वे और रोहित आपस में बैटिंग करना इंजॉय करते रहे हैं और जैसा कि रोहित ने बताया यह एक रणनीतिक कदम था लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि भविष्य में भी ऐसा ही हो।