साउथैम्पटनः भारत के कप्तान विराट कोहली से टीम इंडिया को बहुत उम्मीदें थी लेकिन वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंतिम दिन केवल 13 रन बनाकर चलते बने और इसी के साथ विराट कोहली का लगातार खराब प्रदर्शन करने का सिलसिला जारी है। हालांकि इस मैच की पहली पारी में विराट कोहली ने 44 रनों की पारी खेली थी लेकिन वे तब भी ऐसे मौके पर आउट हुए जब टीम को अच्छी पारी की दरकार थी।
यह बात तो लंबे समय से चली आ रही है कि विराट कोहली ने अब शतक बनाना बंद कर दिया है लेकिन वे 30-40 रन भी बहुत बार आउट हो जाते हैं भारत ने इस मुकाबले में पांचवें दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट खोए थे और रिजर्व डे के दिन पहले ही सत्र में जल्दी-जल्दी दो विकेट गंवा दिए जिसमें विराट कोहली में चेतेश्वर पुजारा जैसे मुख्य बल्लेबाज शामिल है।
इस दौरान काइन जैमिसन भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे हैं और टीम इंडिया उनको किसी देवता की तरह से खेल रही है जिसके पास ऐसा ब्रह्मास्त्र है कि कोई काट ही नहीं हो सकती। उन्होंने ही रिजर्व डे के दिन शुरुआती दोनों विकेट लिए जबकि पहली पारी में भी 5 विकेट लिए थे।
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निश्चित तौर पर आईसीसी के इस टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में विराट कोहली ने बल्ले से मन मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है क्योंकि वह शुरुआत हासिल कर चुके थे तो उनका दायित्व बनता था एक महान बल्लेबाज की साख पर खरा उतरें और कप्तानी पारी खेलें लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
हालांकि विराट कोहली के आंकड़े आईसीसी के नॉकआउट मुकाबलों में काफी अच्छे रहे हैं। आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य हो सकता है कि विराट कोहली ने आईसीसी के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों में सर्वाधिक रन बनाए हैं। विराट कोहली ने आईसीसी के इन दो महत्वपूर्ण मुकाबलों में सर्वाधिक 535 रन बनाए हैं। नंबर दो पर श्रीलंका के सुकुमार बल्लेबाज कुमार संगकारा है जिन्होंने 531 रन बनाए हैं जबकि नंबर 3 पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग है जिन्होंने 509 रन आईसीसी के फाइनल व सेमीफाइनल मुकाबलों में बनाए हैं।