वेलिंग्टन में शर्मनाक हार का कारण बैटिंग-
चिंताजनक बात यह थी कि भारतीय बल्लेबाज दोनों पारियों में 200 के स्कोर तक पहुंचने में असफल रहे। पहली पारी में भारतीय टीम सिर्फ 165 रन ही बना सकी, जबकि दूसरी पारी में टीम ने केवल 8 रन की बढ़त लेते हुए 191 रन बनाए। हार के बड़े कारणों में से एक रही शीर्ष क्रम की असफलता। टॉप ऑर्डर उन परिस्थितियों में अच्छा नहीं कर पाया जहां गेंद हवा में स्विंग हो रही थी।
पृथ्वी शॉ ने नहीं दिया मयंक का साथ-
भारत मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ जैसे सलामी बल्लेबाजों के साथ मैच में गया था और अग्रवाल ने दूसरी पारी में 58 रन बनाए थे लेकिन यह शॉ थे जिनके पास फुटवर्क की कमी थी और यह भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि वह 18 महीने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे थे, शॉ ने 16 और 14 रनों की पारी खेली। शॉ को रोहित शर्मा के चोटिल होने के बाद टीम में लाया गया था।
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कीवी दिग्गज ने की शुबमन गिल की पैरवी-
इसी बीच दिग्गज कीवी ऑलराउंडर रहे स्कॉट स्टायरिस ने बैंच पर बैठे शुबमन गिल की प्रशंसा की है और न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर स्कॉट स्टायरिस ने सुझाव दिया है कि भारतीय टीम को युवा सलामी बल्लेबाज शुबमन गिल को दूसरे टेस्ट के लिए टीम में लाना होगा। सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्टक्राइस्टचर्च में खेला जाएगा, जो 28 फरवरी से शुरू होगा।
स्टायरिस मयंती लैंगर और संजय मांजरेकर से बातचीत कर रहे थे। मैच के बाद जारी विमर्श में निष्कर्ष निकाला गया कि पंजाब का बल्लेबाज टीम की किस्मत में बदलाव ला सकता है।
'बाहर बैठाकर गिल को बेकार ना करें'
"मैं पिछले एक या दो साल से शुबमन गिल की पैरवी कर रहा हूं। मुझे लगता है कि वह एक विशेष प्रतिभा है जिसे भारत बेकार छोड़ रहा है। मुझे लगता है कि वह भारत के लिए बल्लेबाजी के लिए अगले 10 वर्षों के लिए कोहली के साथ मुख्य बल्लेबाज हो सकता है। मुझे यकीन नहीं है कि अगर वह टीम से बाहर ऐसे ही बैठा रहा तो उसको खास फायदा होने जा रहा है। '' स्टाइरिस ने हिंदुस्तान टाइम्स के जरिए ये कहा।
शुबमन गिल ने हाल ही में दो प्रथम श्रेणी मैचों में 83, 204 * और 136 रन बनाकर न्यूजीलैंड ए के खिलाफ भारत ए की ओर से रन बनाए थे।