लगातार तीन टेस्ट में तीन डबल सेंचुरी-
भारत ने रांची टेस्ट की पहली पारी 9 विकेट पर 497 रन बनाकर घोषित कर दी। इस पारी में रोहित शर्मा ने 255 गेंदों पर 28 चौकों और 6 छक्कों की बदौलत 212 रन बनाए। इसके अलावा अजिंक्य रहाणे ने भी 115 रनों का योगदान दिया। जबकि रविंद्र जडेजा ने भी 51 रन बनाए। रोहित के प्रलंयकारी दोहरे शतक के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने टेस्ट इतिहास का ऐसा कारनामा दोहरा दिया है जो अब तक केवल एक ही बार हुआ था और यह है तीन लगातार टेस्टों में लगातार तीन दोहरे शतक बनाने का रिकॉर्ड।
रोहित के दोहरे शतक की आंधी में उड़े दिग्गजों के रिकार्ड, इस मामले में ब्रेडमैन भी हुए पीछे
मयंक-विराट-रोहित की त्रिमूर्ति
भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में तीन दोहरे शतक लगा चुकी है। पहला दोहरा शतक मयंक अग्रवाल ने विशाखापट्टनम टेस्ट मैच में लगाया था तब मयंक ने 215 रनों की पारी खेली थी। रोहित ने उस पारी में 176 रन बनाए थे। इसके बाद दूसरा दोहरा शतक पुणे में हुए दूसरे टेस्ट में लगा। इस बार बारी रोहित शर्मा की थी जिन्होंने 254 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम की जीत का आधार तैयार किया। अब तीसरे मैच में बारी रोहित शर्मा की थी। रोहित ने अफ्रीकी गेंदबाजों को बुरी तरह से कूटते हुए 212 रन रांची टेस्ट में ठोक दिए।
केवल एक बार हुआ है ये कारनामा-
इससे पहले भारतीय क्रिकेट के टेस्ट इतिहास में ऐसा केवल एक बार हुआ है। तब 2016-17 में विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ 235 रन और फिर उससे अगले मैच में करुण नायर ने इसी टीम के खिलाफ 303 रन नाबाद बनाए थे। इसके बाद खेला गया तीसरा लगातार टेस्ट बांग्लादेश के खिलाफ था और तब कोहली ने 207 रनों की पारी खेली थी। जबकि इससे पहले एक ही सीरीज में तीन दोहरे शतक भी एक ही बार लगे है। तब न्यूजीलैंड के खिलाफ 1955-56 में वीनू मांकड ने दो और पॉली उमरगर ने एक दोहरा शतक लगाया था।
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