बुमराह तीनों फॉर्मेट में भारत के भरोसेमंद गेंदबाज हैं
इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों का यह भी कहना है कि जसप्रीत बुमराह को उप-कप्तानी देकर चयनकर्ताओं ने अय्यर और पंत दोनों को और निरंतरता दिखाने का संदेश भेजा है तभी उनको लीडरशिप रोल मिल पाएगा। जसप्रीत बुमराह तीनों फॉर्मेट में भारत के भरोसेमंद गेंदबाज हैं और उन्होंने हर मौके पर खुद को साबित किया है।
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निरंतरता के लिए इनाम
न्यूज 18 के मुताबिक एक सोर्स ने इस बारे में बात की और कहा कि, यह केवल एक सीरीज के लिए है क्योंकि रोहित शर्मा वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलने के लिए वापस आ जाएंगे तब केएल राहुल उपकप्तान होंगे। हालांकि चयनकर्ता जसप्रीत बुमराह को उनके क्रिकेट दिमाग और निरंतरता के लिए इनाम भी देना चाहते थे। इसी वजह से उनको पंत और अय्यर से ऊपर चुना गया है।
भारत के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद को लगता है कि अगर रोहित शर्मा और केएल राहुल दोनों ही उपलब्ध नहीं होते तो चयनकर्ता शायद जसप्रीत बुमराह को कप्तान ना बनाते। उन्होंने कहा कि एक ही सीरीज के लिए उपकप्तानी ने चयनकर्ताओं का भी काम आसान किया होगा।
पूर्व चीफ सेलेक्टर का क्या है कहना-
प्रसाद ने आगे कहा, जसप्रीत बुमराह काफी सेंसिबल युवा हैं जिनमें काफी दिमाग है। तो उनको प्रमोट क्यों ना किया जाए? मैं इस फैसले को पसंद करता हूं, आखिर एक तेज गेंदबाज को कप्तान क्यों नहीं बनाया जा सकता, अगर वह सभी फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है? जब तक आप बुमराह को लीडरशिप ग्रुप में जगह नहीं देते, आपको पता नहीं लगेगा कि वह क्या कर सकते हैं।
लेकिन फिर भी मुझे लगता है ये फैसला केवल एक ही सीरीज के लिए है, ये एक आसान फैसला था। अगर ये राहुल और रोहित की गैरमौजूदगी में कप्तानी देने का फैसला होता तो मामला अलग हो सकता था।"