नई दिल्ली: पहले दो टेस्ट मैचों में भारत के हाथों मिली हार ने दक्षिण अफ्रीका का मनोबल बुरी तरह से तोड़ दिया है। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत को 2-0 की अजेय बढ़त मिल चुकी है और इसके साथ ही इस हार ने अफ्रीका तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या उनकी टीम को और अधिक दबाव में रखा जा सकता है।
भारत के शीर्ष क्रम ने दक्षिण अफ्रीका को दोनों टेस्ट में रनों के पहाड़ के नीचे दबा दिया, जहां उन्होंने विशाखापत्तनम और पुणे में पहली पारी में क्रमशः 500 और 600 रन बनाए थे। रबाडा ने इस बारे में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, "हमें काफी दबाव में रखा गया है। मुझे नहीं पता हम इससे ज्यादा दबाव झेल सकते हैं।"
24 वर्षीय तेज गेंदबाज ने स्वीकार किया कि न केवल भारतीय बल्लेबाज हावी रहे बल्कि उनके गेंदबाजों ने भी उन्हें आउट किया। एक लंबा समय हो चुका है जब दक्षिण अफ्रीका ने एक टेस्ट मैच में 20 विकेट लिए थे। रबाडा दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख सीमर हैं उन्होंने भी इस श्रृंखला में दो मैचों में केवल चार विकेट लिए हैं।
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उन्होंने कहा, "भारत को गेंद रिवर्स करने में मदद मिली और उन्होंने सामूहिक रूप में अच्छी गेंदबाजी की। उनके पूरे आक्रमण ने हर एक पहलू में हम पर दबाव डाला। उनके स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाजी की और जब गेंद रिवर्स कर रही थी तो उनके सीमर्स इसके फायदा उठा सके जो वास्तव में हम नहीं कर सके। हम गेंद को रिवर्स नहीं कर सके जबकि वह हमारा एक प्रमुख हथियार है। "
दोनों टीमों के बीच तीसरा और अंतिम टेस्ट रांची में 19 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा और रबाडा उम्मीद कर रहे हैं कि यह चरण जल्द ही खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा, "हारना कभी भी अच्छा नहीं होता, खासकर जिस तरह से हम अभी हार रहे हैं, लेकिन हम बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। हमारी टीम युवा है, इसलिए हम जो सबसे अच्छी चीज कर सकते हैं, वह है जहां हम सुधार कर सकते हैं उसे याद रखें। हमारी ताकत क्या है उसको पहचाने और फिर सही चीजों का निर्माण करें। "
तेज गेंदबाज ने कहा कि उनकी टीम का लक्ष्य जीत के साथ टेस्ट दौरा खत्म करना होगा। उन्होंने कहा, "एक भौतिक नजरिए से हमें अपने कौशल प्रदर्शन की आवश्यकता है और एक मानसिक दृष्टिकोण से, हमें विश्वास करने की आवश्यकता है कि हम इसे हासिल कर सकते हैं। यह एक संतुलन है जिस पर हम काम कर रहे हैं।"