गाैतम गंभीर ने जताई निराशा
हुआ ऐसा कि भारतीय टीम दूसरी पारी में 163 के स्कोर पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। तब चेतेश्वर पुजारा आउठ हुए जिन्होंने 53 रन बनाए। उनके आउट होने से पहले अजिंक्य रहाणे भी 58 रन बनाकर आउट हो चुके थे। दोनों के बीच 111 रनों की साझेदारी हुई। ऐसे में दोनों सेट बल्लेबाजों के आउट होने के बाद फिर से एक छोटी सी साझेदारी की जरूरत थी। लेकिन छठे नंबर पर आए पंत ने हनुमा विहारी के साथ सिर्फ 4 रनों की साझेदारी ही की। पंत जैसे ही क्रीज पर आए तो उन्होंने अपनी तीसरी ही गेंद पर बड़ा शाॅट खेलने का प्रयास किया, जिसपर विकेट के पीछे कैच आउट हो बैठे। उन्हें कागिसो रबाडा ने आउट किया। पंत बिना खाता खोले ही आउट हो गए, जिसस पूर्व भारतीय ओपनर गाैतम गंभीर बेहद निराश दिखे। गंभीर ने कहा कि पंत गैर-जिम्मेदाराना शाॅट खेलते हुए जल्दी विकेट गंवाकर टीम को मुसीबत में डाल दिया।
यह बहादुरी नहीं, बेवकूफी है
कमेंट्री कर रहे गंभीर ने कहा, ''जब तीसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो दोनों टीमों के लिए बराबर माैके थे। भारत के लिए रहाणे-पुजारा ने शतकीय साझेदारी कर मैच में वापसी करवाई। ऐसे में पंत को भी 20-25 रनों का योगदान दिया जाना चाहिए ताकि भारत मजबूत स्थिति में पहुंचता। लेकिन पंत ने खराब शाॅट खेलकर साउथ अफ्रीका को वापसी करने का माैका दे दिया। पंत ने जो शाॅट खेला, यह बहादुरी नहीं, बेवकूफी है। ऐसे शाॅट टेस्ट क्रिकेट में स्वीकार करने के लायक नहीं हैं।''
गावस्कर ने भी लगाई पंत की क्लास
गंभीर की बात पर सुनील गावस्कर ने भी सहमति जताते हुए पंत की क्लास लगा दी। गावस्कर ने कहा, ''ऐसा शाॅट खेलने के बाद आज जिम्मेदारियों से नहीं भाग सकते कि यह मेरा नेचुरल गेम है। पुजारा और रहाणे ने मेहनत करके वापसी कराई है। इनके आउट होने के बाद आपको जिम्मदारी से खेलना चाहिए था ना कि लापरवाही से। ऐसे में किसी को भी अटैकिंग गेम के नाम पर खराब शाॅट खेलकर की परमिशन नहीं दी जा सकती।'' वहीं पोस्ट मैच शो के दाैरान आकाश चोपड़ा ने भी पंत की लापरवाही पर जिक्र किया। उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब पंत जरूरत के समय खराब शाॅट खेलकर आउट हुए हों।
पंत का बल्ले से खराब प्रदर्शन
गाैर हो कि पंत बताैर विकेटकीपर तो सुधार कर रहे हैं, लेकिन बल्ले से उनका खराब प्रदर्शन जारी है। पिछली 13 टेस्ट पारियों में पंत 19.23 की एवरेज से सिर्फ 250 रन ही बना सके हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी 50 ही रहा है। ऐसा प्रदर्शन पंत की मुश्किलें बढ़ा सकता है। सेंचुरियन में हुए पहले टेस्ट में भी पंत पहली पारी में 8 तो दूसरी पारी में सिर्फ 34 रन ही बना सके थे।