देवदत्त पडिक्कल प्रतिभा के धनी-
देवदत्त पड्डिकल को अपनी प्रतिभा के लिए काफी हाई रेटे किया जाता है और वह कर्नाटक के डोमेस्टिक क्रिकेट में बड़ा नाम है। उनको असली पहचान विराट कोहली की कप्तानी में खेलते हुए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने दिलाई और आईपीएल में वह संभावनाशील युवा प्रतिभाओं में आगे हैं। क्योंकि कुणाल पांड्या को कोरोनावायरस हो गया था और भारतीय टीम के कुछ अहम सदस्य भी आइसोलेट होने पर मजबूर थे तो भारत ने दूसरे T20 इंटरनेशनल मुकाबले में 4 डेब्युटेंट खिलाड़ी को उतारा जिनमें देवदत्त पड्डिकल भी एक थे और बाकी के तीन थे- ऋतुराज गायकवाड, नितिन राणा और चेतन सकारिया।
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नाम हैं कई तरह की उपलब्धियां-
देवदत्त पड्डिकल के नाम कई तरह की उपलब्धियां हैं और वह अंडर-19 टीम में भी भारत को रिप्रेजेंट कर चुके हैं और फिर उनको कर्नाटक की रणजी ट्रॉफी की टीम में खेलने का मौका मिला। उन्होंने रणजी ट्रॉफी के अपने पहले ही मुकाबले में शानदार स्ट्रोक्स से भरपूर 77 रनों की पारी खेली जो नवंबर 2018 में महाराष्ट्र की टीम के खिलाफ आई थी। आईपीएल 2019 में उनको रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने खरीद लिया था। यह युवा बल्लेबाज अपने पहले आईपीएल में प्रभावित करने में कामयाब रहा और उन्होंने 15 मुकाबलों में 5 अर्धशतक लगाते हुए 473 रन बनाए। यहां तक कि आईपीएल 2020 में भी उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शतक लगाया और अब वे यूएई में इस प्रतियोगिता की फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे होंगे।
इंटरनेशनल मैचों में छाप छोड़ना चाहेंगे-
उन्होंने आईपीएल में अभी तक का ऐसा सबसे तेज शतक लगाया हुआ है जो कि किसी अनकैप्ड प्लेयर के द्वारा आया है। उन्होंने वह पारी 101 रनों की खेली थी जो केवल 52 गेंदों में आई थी। हालांकि देवदत्त पड्डिकल के लिए भारतीय टीम में दूसरे T20 की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही क्योंकि मेजबान टीम 4 विकेट से मुकाबला जीतने में कामयाब रही है और अब दो मैचों की T20 इंटरनेशनल सीरीज 1-1 से बराबर हो चुकी है।