भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन पर एक नजर-
पिछले 12 महीनों में गत चैंपियन को भारत ने दो बार वाइटवॉश किया है और इस बार भी टीम इंडिया कैरेबियाई टीम के खिलाफ अपनी लगातार 6 मैचों के जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने के इरादे से उतरने वाली है। विराट कोहली के साथ रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव भी टीम में वापसी कर रहे हैं।
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यह देखना दिलचस्प होगा कि कैरिबियाई टीम के खिलाफ मेजबान टीम कैसी होती है। सभी की निगाहें भारतीय गेंदबाजी इकाई पर होंगी, जिन्होंने ईडन गार्डन में पिंक-बॉल टेस्ट में एक सनसनीखेज प्रदर्शन किया। ऐसे में डालते हैं भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन पर एक नजर-
धवन की गैरमौजूदगी में राहुल करेंगे ओपनिंग-
एक बार फिर युवा खिलाड़ियों के लिए एक और अवसर है कि वे अपनी जगह को पुख्ता करें और अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ICC टी 20 विश्व कप में भारत की पहली पसंद में अपनी दावेदारी पेश करें।
केएल राहुल के लिए, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण श्रृंखला होगी। 40 से अधिक की औसत और 140 से अधिक की स्ट्राइक-रेट के साथ दो अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाला यह बल्लेबाज वास्तव में अभी तक खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सलामी बल्लेबाज के तौर पर फिक्स नहीं हो पाए हैं। इस बार धवन के चोटिल होने से राहुल के पास ओपनिंग में जौहर दिखाने का मौका है जिसको उन्हें छोड़ना नहीं चाहिए।
राहुल ने पिछले T20I में एक महत्वपूर्ण अर्धशतक बनाया और साथ ही बेहद सफल सैयद मुश्ताक अली अभियान से भी आ रहे हैं, जहां उन्होंने 52.17 की औसत से आठ पारियों में 313 रन बनाए हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ उसी फार्म के साथ जारी रहेंगे। उनके साथी रोहित शर्मा हैं जो किसी नाम के मोहताज नहीं हैं और वे वही करना चाहेंगे जो पिछले एक दशक से सफेद गेंद वाले क्रिकेट में लगातार कर रहे हैं। जैसे कि उन्होंने दूसरे टी -20 में बांग्लादेश के खिलाफ किया था, जहां वह अपने 5वें शतक से चूक गए थे।
मीडिल ऑर्डर- ऋषभ पंत के लिए परीक्षा की घड़ी
बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की T20I श्रृंखला से बाहर बैठने के बाद, विराट कोहली वेस्टइंडीज श्रृंखला के लिए वापस आ गए हैं जहां पर भारतीय कप्तान को श्रेयस अय्यर से एक बार फिर मध्यक्रम में मजबूत उपस्थिति दिखाने की उम्मीद होगी।
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श्रेयस अय्यर बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला के निर्णायक मैच शानदार थे। मुंबई के बल्लेबाज ने स्थिति को अच्छी तरह से पढ़ते हुए 33 गेंदों पर 62 रनों की पारी खेली। अच्छी बात यह थी कि उन्होंने स्पिनरों पर आक्रमण किया और स्थिति के अनुसार गियर स्विच किए।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई के लिए एक कमज़ोर सीजन होने के बाद, अय्यर अंतिम सुपर-लीग मैच में अच्छी तरह से वापस कर चुके थे, जहां उन्होंने 40 गेंद पर 80 रन बनाए और उन्हें उम्मीद है कि वह वेस्टइंडीज के खिलाफ फॉर्म को संभालेंगे।
मध्यक्रम में एक बार फिर सबकी नजरें ऋषभ पंत पर होंगी जिन्होंने बल्ले के साथ-साथ स्टंप्स के पीछे खराब प्रदर्शन किया है और संजू सैमसन के आने के बाद से उनका मामला अब और फंस गया है जहां पर पंत को सिवाय उनकी परफार्मेंस के अब कोई नहीं बचा सकता है। वह उम्मीद कर रहा होंगे कि हैदराबाद में मौका मिलने पर वह एक प्रभावशाली पारी खेलकर सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दें।
जडेजा के साथ ऑलराउंडर की भूमिका में दुबे-
शिवम दुबे ने बांग्लादेश के खिलाफ अपनी शुरुआत की और जब वह बल्ले से सफल नहीं हो पाए, तो ऑलराउंडर ने अंतिम टी 20 I में गेंद के साथ अपनी क्लास दिखाई। अपने दूसरे स्पैल में महत्वपूर्ण विकेटों को लेकर उन्होंने दिखाया कि वे हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद भारत के लिए एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर बैकअप साबित हो सकते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी श्रृंखला दुबे के लिए गेंद और बल्ले दोनों से महत्वपूर्ण होगी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि दूसरे ऑलराउंडर के तौर रवींद्र जडेजा टीम में वापसी करेंगे या फिर वॉशिंगटन सुंदर टीम में आते हैं। जडेजा बांग्लादेश सीरीज से ब्रेक के बाद आ रहे हैं और भारत उन्हें प्लेइंग 11 में खिलाने का मौका दे सकता है।
बॉलिंग- कुलचा, चाहर और भुवनेश्वर कुमार
ऐसे गेंदबाजों को मौका देने के विचार के बाद जो बल्लेबाजी भी कर सकते हैं, टीम इंडिया एक बार फिर स्ट्राइक स्पिनरों को वापस लेकर आई है जो पिछले 18-20 महीनों में भारतीय सफेद गेंद क्रिकेट के सफल होने का एक बड़ा कारण रहे हैं।
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कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ फिर से एकजुट होने के लिए तैयार है। कुलदीप विश्व कप के बाद पहली बार सेट पर वापसी कर रहे हैं, और मेन इन ब्लू के साथ उनके फैंस को उम्मीद होगी कि कलाई के स्पिनर शानदार वापसी करेंगे।
जहां तक तेज गेंदबाजी की बात है तो दीपक चाहर बांग्लादेश के खिलाफ बिल्कुल शानदार थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अनुभवहीन पेस अटैक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी संभाली थी और अब भुवनेश्वर कुमार ने लंबी चोट के बाद टीम में वापसी की। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जोड़ी के रूप में ये दोनों कैसा प्रदर्शन करते हैं।