जीत गया भारत
इसके अलावा लोकेश राहुल ने 77 और रोहित शर्मा ने 63 रनों का योगदान दिया। एक समय मध्यक्रम के फिर से अहम मौके पर ढेर होने के बाद भारत संकट की स्थिति में आ गया था लेकिन निचले क्रम पर जडेजा और शार्दुल की उपस्थिति भारत के लिए वरदान साबित हुई और एक मुश्किल होते जा रहे मुकाबले में भारत अंतिम विजेता बनकर उभरा। जडेजा ने 31 गेंदों पर 39 रनों की नाबाद पारी खेली तो वहीं ठाकुर 6 गेंदों पर 17 रन बनाकर नाबाद रहे।
10 साल बाद का अद्भुद संयोग
यह भारत के लिए दशक का अंतिम मैच था जिसमें जबरदस्त संयोग का दोहराव हुआ है। भारत ने पिछले दशक की जो अंतिम जीत हासिल की थी उसमें भी जीत के लिए 316 रनों के लक्ष्य का पीछा करना था जबकि इस दशक की अंतिम जीत भी भारत को 316 रनों का लक्ष्य हासिल करते हुए प्राप्त हुई। दोनों ही बार कोहली जीत के कॉमन नायक रहे। भारत और श्रीलंका के बीच 24 दिसंबर 2009 को पांच मैचों की वनडे सीरीज का चौथा मैच खेला गया था जिसमें लंका ने पहले बैटिंग करते हुए 315 रन बनाए थे। जिसके जवाब में भारत ने 48.1 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर 317 रन बनाए थे। तब गंभीर ने 150 रनों की पारी खेली थी जबकि कोहली ने भी 107 रन बनाए थे।
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300 प्लस स्कोर का पीछा करते हुए 17वीं जीत
यह पिछले दशक में भारत की अंतिम जीत थी क्योंकि 27 दिसंबर को दोनों टीमों के बीच हुआ मुकाबला बिना किसी नतीजे के समाप्त हुआ था। अब 10 साल बाद वैसा ही संयोग दोहराया गया जहां भारत को उतना ही लक्ष्य मिला, कोहली जीत के हीरो रहे और 48वें ओवर में जीत मिली। यह भारत की 300 प्लस स्कोर का पीछा करते हुए 17वीं जीत थी जो किसी भी टीम की तुलना में सबसे ज्यादा है। इसके बाद इंग्लैंड का नंबर आता है जिसने 11 जीत हासिल की हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को ऐसी 10-10 जीत नसीब हुई हैं।