कोहली के बिना ये हैट्रिक ना लगा पाते बुमराह-
बुमराह की हैट्रिक में उनकी शानदार गेंदबाजी के साथ विराट कोहली का भी अहम योगदान रहा है। अगर कोहली ने अपना रोल ना निभाया होता तो बुमराह ये रिकॉर्ड ना बना पाते। बुमराह ने अपनी हैट्रिक कैरेबियाई पारी के 9वें ओवर में पूरी की। उन्होंने 4 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे डेरेन ब्रावो को अपना पहला शिकार बनाया जो स्लिप में केएल राहुल को कैच थमाकर आउच हो गए। उसके बाद शमर्थ ब्रूक्स को अगली ही गेंद पर पगबाधा कर दिया। हालांकि बल्लेबाज इससे संतुष्ट नहीं हुआ और उसने रिव्यू ले लिया। रिव्यू में पता चला कि गेंद लेग स्टंप को उड़ा रही थी। यह रिव्यू वेस्टइंडीज के लिए बेकार चला गया।
बुमराह के खिलाफ जाकर कोहली ने लिया फैसला-
हैट्रिक बॉल का सामना करने के लिए रोस्टन चेस आए जो एक बार फिर बुमराह की गेंद को पैड पर खेल गए लेकिन इस बार बुमराह से अपील ने नहीं की क्योंकि उनका लगा कि गेंद पहले पैड से नहीं टकराई है। यहां तक की अंपायर पॉल राफेल ने नॉटआउट का ही फैसला सुनाया। यहां से कोहली की भूमिका शूरू होती है। कोहली ने सबसे पहले बुमराह से पूछा कि क्या वे पूरी तरह स्पष्ट हैं कि गेंद ने पहले पैड को अपना निशाना नहीं बनाया है? बुमराह इसका कोई जवाब दे पाते उससे पहले ही कोहली ने डीआरएस ले लिया।
टेस्ट करियर के पहले शतक ने ही विहारी को दिलाई दिग्गजों की लिस्ट में जगह
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VIDEO में देखें कोहली का रोल-
रिप्ले में साफ दिखाई दिया कि गेंद ने बल्ले से कोई भी संपर्क नहीं किया था बल्कि वह सीधे पैड से ही टकराई थी। पैड के टकराने के बाद यह गेंद सीधे लेग स्टंप को अपना निशाना बना रही थी। इसके बाद अंपायर ने अपने फैसले को पलटा और बुमराह की हैट्रिक पूरी हुई। कोहली के अहम फैसले के बिना यह हैट्रिक संभव ही नहीं थी। कोहली ने रिव्यू लेने के लिए गेंदबाज के खिलाफ जाना भी गलत नहीं समझा और बाद में जब फैसला आया तब बुमराह अपने टेस्ट करियर की पहली हैट्रिक पूरी कर चुके थे