महिला क्रिकेट में सबसे बड़ी चेज मास्टर-
वडोदरा में हुए इस मुकाबले में मिताली ने 82 गेंदों पर 66 रनों की पारी। इसके साथ ही मिताली पहली ऐसी महिला क्रिकेटर बन गईं हैं जिन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने 3000 ODI रन पूरे कर लिए हैं। मिताली ने अपने करियर में अब तक 84 ODI मैचों में 3047 रन बना लिए हैं जिसमें उन्होने 64.82 के औसत के साथ बल्लेबाजी की है और 24 अर्धशतक भी जड़े हैं। ODI क्रिकेट में केवल विराट कोहली ही ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने चेज करते हुए मिताली से ज्यादा औसत (68.5) के साथ रन बनाए हैं। पुरुष क्रिकेटरों में ODI चेज करते हुए 52 खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने 3,000 प्लस रन बनाए हैं।
रनों का सफलतापूर्वक पीछा करने में जबरदस्त एवरेज
तस्वीर का पहलू तब पूरी तरह से बदल जाता है जब ODI में सफलतापूर्वक चेज करते हुए औसत की बात आती है। इस मामले में मिताली विराट कोहली को भी पीछे छोड़ देती हैं। मिताली ने ODI में रनों का सफल चेज करते हुए 2,000 रन भी पूरे कर लिए हैं और वे ऐसा करने वाली पहली महिला हैं। मिताली ने 51 ODI मैचों में रनों का सफल पीछा किया है जिसमें उनका औसत 112 का रहता है। इस दौरान मिताली ने 16 पचासे और एक शतक भी लगाया है। रनों का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए औसत के मामले में केवल धोनी ने ही 100 से ज्यादा के औसत से बल्लेबाजी की है। इस दौरान धोनी का औसत 102.71 रहा है।
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साझेदारी का भी बनाया नया रिकॉर्ड-
इतना ही नहीं, मिताली ने पूनम राउत के साथ साझेदारी का भी ODI रिकॉर्ड बना दिया है। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच अब तक 6 बार शतकीय साझेदारी हो चुकी है जो ODI फार्मेट में भारतीय महिला क्रिकेट के लिए की गई सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारी है। बता दें कि भारत की जीत में पूनम राउत और कप्तान मिताली राज का अहम योगदान रहा। दोनों ने अर्धशतकीय पारियां खेली। पूनम ने जहां 65 रनों का योगदान दिया तो वहीं मिताली ने 66 रन बनाए। इसके अलावा हरमनप्रीत कौर 27 गेंदों पर 39 रन बनाकर नाबाद रहीं। इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम ने लॉरा वोल्वार्ड्ट की 69 रन की पारी की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 247 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारतीय महिला टीम ने 48 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।