BCCI को होगा 2200 करोड़ का सीधा नुकसान
चूंकि इस साल अभी तक आईपीएल हुआ नहीं है और भारत सरकार चीनी कंपनियों के निवेश को खत्म करने और चीन को आर्थिक मोर्चे पर झटका देने के बारे में सोच रही है तो वह आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर का करार खत्म कर सकती है। अगर बीसीसीआई सरकार के निर्देशों पर ऐसा करती है तो उसी सीधे तौर पर 2200 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कोरोना वायरस के चलते आर्थिक संकट झेल रही बीसीसीआई क्या इन भावनाओं के बीच वीवो को लेकर ऐसा फैसला लेने को तैयार है।
BCCI चाहता है IPL का आयोजन
गौरतलब है कि आईपीएल के 13वें सीजन का आगाज 29 मार्च को होना था लेकिन कोरोना वायरस के चलते फिलहाल अनिश्चितकाल के लिये टाल दिया गया है। ऐसे में फिलहाल इसके आयोजन को लेकर सिर्फ अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस मामले को लेकर कई बार साफ कर दिया है कि बोर्ड चाहता है कि आईपीएल का आयोजन हो सके।
T20 World Cup के चलते नहीं हो पा रहा फैसला
आपको बता दें कि बीसीसीआई इस समय टी20 विश्व कप के भविष्य पर आईसीसी के फैसले को लेकर इंतजार कर रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से साफ तौर पर टी20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर असमर्थता जाहिर करने के बाद इसे कैंसिल कर दिया जायेगा। जिसके बाद बीसीसीआई इस विंडो का इस्तेमाल आईपीएल के आयोजन में कर सकती है।