रविंद्र जडेजा हैं पिछले दशक के सर्वश्रेष्ठ फील्डर
फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने हरफनमौला खिलाड़ी रविंद्र जडेजा की तारीफ करते हुए कहा कि वह पिछले एक दशक में भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ फील्डर हैं।
उन्होंने कहा,' मैदान पर जड्डू की मौजूदगी टीम ही जोश भर देती है। अपनी फील्डिंग से वह विपक्षी टीम को हमेशा अलर्ट रखता है। वह मैदान पर हमेशा सतर्क रहते हैं। मैं उन्हें टीम इंडिया का सार्वकालिक तो नहीं लेकिन बीते करीब एक दशक का सर्वश्रेष्ठ भारतीय फील्डर मानता हूं।'
आईसीसी को लाना चाहिये फील्डिंग रैंकिंग
कोच आर श्रीधर ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी की ही तरह आईसीसी से फील्डिंग रैंकिंग लागू करने की भी बात की ताकि खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने की प्रेरणा मिले।
उन्होंने कहा,'बेशक, मैं काफी लंबे समय से इस बात की सिफारिश कर रहा हूं कि आईसीसी को फील्डिंग के लिए भी रैंकिंग लानी चाहिए। और साथ ही फील्डिंग के आंकड़ों में भी सिर्फ सबसे ज्यादा कैच तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। इसमें किस खिलाड़ी ने कितनी गेंद फील्ड कीं और कितने डायरेक्ट हिट लगाए जैसे नंबर भी होने चाहिए।'
यह हैं दुनिया के 4 बेस्ट फील्डर्स
भारतीय टीम के फील्डिंग कोच ने यह भी बताया कि उनके हिसाब से दुननिया के 4 सर्वश्रेष्ठ फील्डर कौन से हैं।
आर श्रीधर ने कहा,'जडेजा, मार्टिन गप्टिल, विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल- मेरे दिमाग में ये चार नाम आते हैं। इन खिलाड़ियों को इनफील्ड, आउटफील्ड कहीं भी लगाया जा सकता है। यह चारों ही शानदार एथलीट हैं।'
खेेल के हर विभाग में हमने अच्छा किया
आर श्रीधर ने भारत और दक्षिण अफ्रीका की हालिया सीरीज पर बात करते हुए कहा कि हमने खेल के हर पहलु में शानदार प्रदर्शन किया। पुणे में सीरीज जीतने के बाद भी तीसरे टेस्ट में हमारे जुझारूपन में कोई कमी नहीं आई। हमने 3-0 से सीरीज जीतने में पूरी जान लगा दी और आखिर में हमें इसमें कामयाबी मिली।
इस कारण आया भारतीय टीम की फील्डिंग में बदलाव
भारतीय टीम की फील्डिंग में आये जबरदस्त बदलाव को लेकर कोच श्रीधर ने कहा कि, 'इसका कारण मैं नहीं हूं। मेरी राय में फील्डिंग को लेकर भारतीय टीम का नजरिया बीते कुछ वर्षों में बदला है। फाफ डु प्लेसिस ने साउथ अफ्रीका पर भारतीय फील्डिंग के प्रभुत्व की प्रशंसा की थी। वर्ल्ड कप के दौरान भी विपक्षी कप्तानों ने हमारी फील्डिंग की खूब तारीफ की थी।'
उन्होंने कहा,' मुझे लगता है कि इस पर फोकस की शुरुआत कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली से होती है। उन दोनों की यही चाह है कि टीम इंडिया की फील्डिंग टॉप क्लास हो। यहां तक कि नए खिलाड़ी शाहबाज नदीम भी टीम के माहौल में जल्दी ढल गए और उन्होंने भी प्रभावी फील्डिंग की।'
साहा पर हमेशा था भरोसा
वहीं चोट के बाद टीम में लौटे साहा को लेकर भी कोच श्रीधर ने तारीफों के पुल बांधे। बता दें कि पुणे टेस्ट के दौरान साहा ने शानदार कैच पकड़ कर उमेश को सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
कोच श्रीधर ने कहा, ' साहा की वापसी को लेकर कोई संशय नहीं था। उन्होंने वेस्ट इंडीज सीरीज के दौरान बहुत आसानी से इंटरनैशनल क्रिकेट में वापसी की। इससे पहले उन्होंने भारत 'ए' के लिए भी कुछ मुकाबले खेले थे। और एक बार जब हम भारत में खेलना शुरू किया तो हम साहा को प्लेइंग इलेवन में ले आए। वह हमारे सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं और साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दौरान हमें उनका हुनर देखने को मिला।'