नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत की तमाम कमियां खुलकर सामने आ गई हैं। टीम की ना सिर्फ गेंदबाजी, फील्डिंग बल्कि बल्लेबाजी की दिक्कतें भी पहले दो मैचों में देखने को मिली। दोनों ही मैचों में टीम की फील्डिंग काफी लचर रही, टीम के अहम खिलाड़ियों ने ना सिर्फ कैच छोड़े बल्कि मिसफील्डिंग भी की। यहां तक कि रवींद्र जडेजा, विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के भी हाथ से गेंद फिसली। बल्लेबाजी की बात करें तो रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी में सलामी जोड़ी जूझती नजर आई।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में सबसे बड़ी समस्या भारतीय टीम को वैकल्पिक गेंदबाज को लेकर सामने आई। टीम के शीर्ष गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, शमी, चाहल, जडेजा कंगारू अटैक के सामने फीके नजर आए, जिसके चलते दोनों ही मैचौों में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 350 से अधिक का स्कोर खड़ा किया। पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 374 रन और दूसरे में 389 रन का स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज एस बद्रीनाथ का मानना है कि भारतीय टीम अपने शीर्ष बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर को मिस कर रही है जो वैकल्पिक गेंदबाज की जबरदस्त भूमिका निभाते थे।
बद्रीनाथ का कहना है कि टीम के शीर्ष 5-6 बल्लेबाजों में से कोई भी गेंदबाजी नहीं कर सकता है। अगर आप पहले की टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम को देखें तो उस समय बल्लेबाज थोड़ी गेंदबाजी कर लेते थे। सहवाग, सचिन यहां तक कि गांगुली भी गेंदबाजी करते थे। ये खिलाड़ी कप्तान के पास विकल्प के तौर पर रहते थे और ये 3-4 ओवर करा सकते थे और आसानी से छठे गेंदबाज की कमी पूरी हो जाती थी। लेकिन मौजूदा समय में ऐसा नहीं है और टीम को इसकी कमी खल रही है।
बद्रीनाथ ने कहा कि अगर रोहित शर्मा की भी टीम में वापसी होती है तो वो भी गेंदबाजी नहीं कर पाते हैं। वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम पर नजर डाले तो मार्कस स्टॉयनिस, वह आराम से 5-6 ओवर डाल लेते हैं। मैक्सवेल भी गेंदबाजी कर सकते हैं। आपको वनडे में ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत होती है। मुझे लगता है कि इस लिहाज से भारतीय टीम को यह कमी खल रही है।
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