नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के शानदार तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन ने गुरुवार को चौंकाने वाले फैसले का ऐलान करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। अभिमन्यु मिथुन ने खुद इस बात की जानकारी देते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने अपने संन्यास की जानकारी दी है। दायें हाथ के इस भारतीय गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन ने साल 2010 में अपना पहला फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच खेला था और शानदार गेंदबाजी करते हुए घरेलू क्रिकेट में 500 से ज्यादा विकेट अपने नाम किये। मिथुन अच्छी खासी गति से गेंद बाजी कर सकते हैं और अगर पिच पर अतिरिक्त उछाल मौजूद हो तो उनसे ज्यादा खतरनाक गेंदबाज मिलना मुश्किल हो जाता है।
मिथुन सिर्फ गेंद से ही नहीं बल्कि मौका मिलने पर कई बार बल्ले से भी अच्छी पारियां खेलकर अपनी टीम को जिता चुके हैं। कर्नाटक के लिये खेलने वाले इस गेंदबाज ने उनकी बल्लेबाजी के दम पर कई खिताब अपने नाम किये। इतना ही नहीं अभिमन्यु मिथुन का पिछला सीजन काफी शानदार गुजरा है जिसमें उन्होंने काफी सारे विकेट अपने नाम किये।
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महज 31 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान कर मिथुन ने अपने फैन्स को हैरान कर दिया है, हालांकि वह सीमित ओवर्स प्रारूप में खेलना अभी जारी रखेंगे। मिथुन के करियर की बात करें तो वो 103 प्रथम श्रेणी मैचों में 26.63 की औसत से 338 विकेट हासिल कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 96 लिस्ट ए और 74 टी20 मैचों में भी शिरकत की है और दोनों प्रारूपों में कुल मिलाकर 205 विकेट हासिल किये हैं। इतना ही नहीं साल 2019 में मिथुन ने अपने जन्मदिन के मौके पर हैट्रिक चटकायी थी।
गौरतलब है कि मिथुन ने भारत के लिये अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट भी खेला हुआ है, जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ गाले में खेले गये मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और 5 महीने बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। इतना ही नहीं वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से 16 मैचों में शिरकत की है और 7 विकेट भी चटकाये हैं।
मिथुन ने अपने रिटायरमेंट नोट में संन्यास लेने के फैसले के बारे में बताया और कहा कि अन्य प्रारूप में ध्यान देने के लिये उन्होंने यह फैसला किया।
उन्होंने अपने बयान में कहा,'मैंने अपने देश का प्रतिनिधित्व क्रिकेट के सबसे बड़े स्तर पर किया है और यह मेरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि बनी रहेगी। इस चीज की खुशी और गर्व कुछ ऐसी है जो मैं अपने पूरे करियर के दौरान अच्छा महसूस करता रहूंगा। क्रिकेट वैश्विक खेल है और मेरा मानना है कि इसे सबसे बड़े स्तर पर ही आपको फिनिश करना चाहिये। मैंने यह निर्णय खुद और अपने परिवार के लिये बेहतर अवसर तलाश करने के लिये लिया है। मैं दुनिया में बेहतर मौकों की तलाश कर रहा हूं। कर्नाटक के पास कई शानदार टैलेंटेड गेंदबाज हैं और अगर मैं अपने करियर को लंबा खींचता हूं तो इन्हें मौका मिलने में देरी होगी।'