आईपीएल-विश्वकप के बीच मिलना चाहिये था ब्रेक
सेमीफाइनल की रेस से भारत के बाहर हो जाने के बाद भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए भरत अरुण ने बायोबबल की मुश्किल जीवनशैली पर बात की और बताया कि भारतीय टीम पिछले 6 महीनों से लगातार बायोबबल में खेल रही है, ऐसे में आईपीएल और टी20 विश्वकप के बीच छोटा सा ब्रेक भारतीय टीम के लिये फायदेमंद साबित हो सकता था। उल्लेखनीय है कि जब भारतीय टीम को अपने पहले दोनों मैच में हार का सामना करना पड़ा था तो कई खिलाड़ियों ने बायोबबल को कारण बताया था जबकि सुनील गावस्कर ने कहा था कि जब आप अपने देश के लिये खेलते हैं तो ऐसी चीजें मायने नहीं रखनी चाहिये।
उन्होंने कहा,'जाहिर तौर पर 6 महीने तक लगातार खेलना बड़ा काम होता है, खिलाड़ी 6 महीने से घर नहीं जा सके हैं, आईपीएल के पहले लेग के बाद मिले छोटे से ब्रेक के बाद से वो लगातार बायोबबल में खेल रहे हैं जिसका उन पर गहरा असर देखने को मिला है। तो आपके सवाल का सीधे से जवाब दूं तो अगर आईपीएल और विश्वकप के बीच छोटा सा ब्रेक मिल जाता तो खिलाड़ियों को काफी फायदा मिल सकता था।'
टॉस ने पैदा किया बड़ा अंतर
गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने भारत को पहले दो मैचों में मिली करारी हार का ठीकरा टॉस पर फोड़ा और कहा कि पहले दो मैचों में पिच ने दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम को काफी फायदा पहुंचाया है, जिसके चलते टॉस जीतने वाली टीम को पिच से मदद मिली है। भरत अरुण ने इस दौरान टॉस हारने वाली टीम को होने वाली परेशानियों और नुकसान के बारे में भी बात की। उल्लेखनीय है कि टी20 विश्वकप के पहले 3 मैचों में भारत को एक में भी टॉस में जीत नहीं मिली। भरत अरुण का मानना है कि दुबई में टॉस हारने के बाद उनके पास ज्यादा करने को कुछ बचा नहीं था, हालांकि गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे।
चहल के चयन न करने पर दिया गोल-मोल जवाब
इस दौरान भरत अरुण ने टीम सेलेक्शन पर भी बात की और युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल न करने पर बात करते हुए कहा कि वो चयनकर्ताओं का काम है, मेरा काम जो टीम मिली है उसके साथ काम करना है और मैं इसमें ज्यादा पड़ना नहीं चाहता।
उन्होंने कहा,'मैच में टॉस की ज्यादा भूमिका नहीं होनी चाहिये थे लेकिन दुबई में टॉस हारना हमारे लिये सबसे ज्यादा नुकसान दायक रहा। यहां पर पहली पारी और दूसरी पारी की पिच में जमीन-आसमान का अंतर हो जाता है, जबकि इतने छोटे प्रारूप में ऐसा होना नहीं चाहिये। चहल को शामिल करना न करना चयनकर्ताओं का निर्णय है, हमारा काम जिन खिलाड़ियों का चयन किया गया है उनके साथ खेलना है, मैं इस पर ज्यादा नहीं पड़ना चाहूंगा।'