लाल मिट्टी से बन रही हैं पिचें
उल्लेखनीय है कि इकाना स्टेडियम के बी-ग्राउण्ड पर बनने वाली यह पिच लाल और काली मिट्टी से तैयार की जा रही हैं, जो कि मुख्य पिच से जुड़ी होंगी। इस मैदान के दोनों छोरों पर लाल मिट्टी की पिचें होंगी जबकि बीच में लाल और काली मिट्टी दोनों ही तरह की पिचें होंगी। इकाना स्टेडियम में बनने वाली पिचें ओडिशा के बलांगीर के तालों की मिट्टी से बनेंगी जो कि पिचों के लिये काफी अच्छी होती हैं।
बीसीसीआई के पिच क्यूरेटर शिव कुमार ने इस बारे में बात करते हुए कहा,'बलांगीर के तालाब के काली मिट्टी की पकड़ बहुत मजबूत होती है। नमी के साथ कायदे से अगर रोलिंग कर दी जाए तो सीमेंट की तरह हो जाती है। इस पिच पर बाउंस और अच्छा मिलता है। बल्लेबाजों को मदद करती है। गेंदबाज भी सफल होते हैं। लाल मिट्टी महाराष्ट्र से मंगाई गई है। लाल मिट्टी की पिचें भी खिलाड़ियों को मदद करती हैं।'
इंग्लैंड की तरह खिलाड़ियों को मिलेगी मदद
गौरतलब है कि यह पहली बार होगा जब भारत में इंग्लैंड के मैदानों जैसी सुविधा देखने को ंमिलेगी। खिलाड़ियों को बी-ग्राउण्ड पर इतनी पिचें एक साथ हो जाने से प्रैक्टिस करने में मदद मिलेगी जबकि कई बल्लेबाज एक साथ नेट पर प्रैक्टिस कर सकेंगे।
इसके साथ ही बल्लेबाजों को लाल और काली मिट्टी की पिचों पर अभ्यास करने को मिलेगी। इसके अलावा यहां मैच खेलने आने वाली टीमों को प्रैक्टिस के लिए उच्च स्तरीय पिचें मिलेंगी। अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली टीमें भी यहां नेट प्रैक्टिस कर सकती हैं।
खेले जा चुके हैं कई अंतरराष्ट्रीय मैच
आपको बता दें कि इकाना स्टेडियम के बी-ग्राउण्ड पर कई अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले जा चुके हैं। इस मैदान पर भारत-ए, भारत-बी और बांग्लादेश के बीच त्रिकोणीय सीरीज हो चुकी है जबिक अफगानिस्तान और भारत की अंडर-19 टीमों के बीच पांच एक दिवसीय मैचों की सीरीज भी खेली जा चुकी है।
भारतीय क्रिकेट की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ इस मैदान पर कई बार आ चुके हैं। उन्होंने इस मैदान की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा था कि इस मैदान की पिचें किसी भी मामले में मुख्य स्टेडियम से कम नहीं हैं।