टीम इंडिया ने रचा इतिहास
विराट कोहली ने नेतृत्व में टीम इंडिया पहली ऐसी टीम है जिसने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एक नया इतिहास लिख दिया है। टीम इंडिया पहली ऐसी टीम है जिसने ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर टी-20, टेस्ट और ODI तीनों श्रृंखलाओं में पराजित किया है। भारतीय टीम ने साल 2016 में धोनी के नेतृत्व में टी-20 मुकाबले में मात दी थी और विराट की टीम इंडिया ने साल 2018-19 के दौरे में टेस्ट और ODI श्रृंखला जीतने का गौरव प्राप्त किया है।
भुवी के 'bunny' बने फिंच
ऑस्ट्रेलिया के ODI कप्तान एरॉन फिंच खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। इस ODI श्रृंखला में भुवनेश्वर कुमार ने 3 मैचों में उन्हें तीसरी बार आउट किया। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ इस श्रृंखला में 37 गेंदों का सामना किया और 30 डॉट गेंदें खेली। उन्होंने इस दौरान महज 16 रन बनाए। सिडनी और एडिलेड में भुवी ने उन्हें 6-6 रन पर बोल्ड किया जबकि मेलबर्न में भी धोनी के दिए एक खास टिप्स के बाद पगबाधा आउट किया। मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान 14 रन पर आउट हुए और भुवी के खिलाफ पूरे सीरीज में उनका औसत 5.33 रहा।
धोनी ने अपनी 3 धमाकेदार परियों से आलोचकों को किया खामोश
ODI में कोहली भी हुए फेल
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के लिए यह दौरा भले ही उपलब्धियों से भरा रहा हो लेकिन व्यक्तिगत तौर पर उनक परफॉरमेंस ODI में बहुत खास नहीं रहा। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज झाय रिचार्डसन के खिलाफ कोहली के आंकड़े ही इस बात की गवाही दे रहे हैं। कोहली ने तेज गेंदबाज रिचार्डसन की स्विंग होती गेंदों पर विफल हुए। उन्होंने तीन पारियों में इस गेंदबाज के खिलाफ 32 गेंदें खेली और 17 रन ही बना पाए। इस खिलाड़ी ने मौजूदा श्रृंखला में तीनों मैचों में कोहली को आउट किया। कोहली को इससे पहले लगातार तीन मैचों में जुनैद खान ने तीन बार आउट किया था।
चहल ने मचा दी चहल-पहल
युजवेंद्र चहल ने टीम इंडिया में शानदार वापसी की और रिकॉर्ड बुक में ही चहल-पहल मचा दी है। चहल ने ODI में अपने करियर का बेस्ट प्रदर्शन किया और 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई पारी की कमर तोड़। भारतीय जीत की नींव रखने में उन्होंने सबसे शानदार भूमिका निभाई। लंबे सम बाद टीम में वापसी कर रहे चहल को विराट ने मौका दिया और उन्होंने अजीत अगरकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। इससे पहले अगरकर ने भी मेलबर्न में ही 6 विकेट लिया था जो किसी भी भारतीय गेंदबाज का ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह किसी भी भारतीय स्पिनर के द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में लिया गया सर्वाधिक विकेट भी है।
धोनी की धमाकेदार वापसी
धोनी क्रिकेट जगत का एक ऐसा नाम हैं जो अब शायद ही किसी उपलब्धि के मोहताज हों लेकिन पिछले एक साल से धोनी के खामोश बल्ले ने अपने सभी आलोचकों का मुंह अपनी धारदार और धमाकेदार तीन पारियों से दिया। 386 दिनों के बाद जब धोनी ने सिडनी ODI में पचासा जड़ा तो उनकी धीमी पारी को कोसा गया लेकिन एडिलेड ODI में धोनी ने 55 गेंदों में 54 और मेलबर्न की धीमी पिच पर 87 रनों की पारी खेल कर बता दिया कि उनकी जगह लेना भारतीय क्रिकेट में किसी नवोदित खिलाड़ी के लिए टेढ़ी खीर है। माही ने 3 मैचों में 193 रन बनाए और दो मैच जिताऊ पारी भी खेली। धोनी को सात साल बाद किसी ODI श्रृंखला में मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड मिला है।