नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के प्रवेश के साथ भारतीय गेंदबाजी में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है खासतौर से टेस्ट क्रिकेट के प्रारूप में जिसमें भारतीय गेंदबाजी मौजूदा समय में दुनिया की सबसे बेहतरनी बॉलिंग अटैक बन चुकी है। भारतीय क्रिकेट टीम ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाजों के दम पर अच्छा प्रदर्शन कर रही थी लेकिन जसप्रीत बुमराह के आने के बाद से भारतीय टीम तेज गेंदबाजों का पॉवर हाउस बन गई, जिसका सपना यह टीम लगभग एक दशक से ज्यादा समय से देख रही थी। भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है जहां पर उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच खेलना है।
18 जून से खेले जाने वाले इस फाइनल मैच में भारतीय टीम के लिये जसप्रीत बुमराह बेहद खतरनाक हथियार साबित हो सकते हैं और अगर चीजें ठीक रहीं तो वो इस ऐतिहासिक फाइनल मैच के बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी और कप्तान कपिल देव के बड़े रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इतिहास रच सकते हैं। जसप्रीत बुमराह के पास टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बनने का रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका है।
जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 19 टेस्ट मैच खेलने का काम किया है और इस दौरान वो 83 टेस्ट विकेट हासिल कर चुके हैं। वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने अपने करियर के दौरान 25 टेस्ट मैच खेलकर विकेटों का शतक लगाने का काम किया था और सबसे कम मैचों में विकेटों का शतक लगाने वाले तेज गेंदबाज का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। वहीं पर बुमराह को यह रिकॉर्ड तोड़ने के लिये अगले 4 टेस्ट मैचों में 17 विकेट की दरकार है। इस दौरान उन्हें 8 पारियों में गेंदबाजी करने का मौका मिलेगा।
जसप्रीत बुमराह अगर इस दौरान 2 विकेट प्रति पारी की औसत से भी आउट करते हैं तो वो आसानी से कपिल देव के इस 4 दशक पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने का काम करेंगे। गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज विकेटों का शतक लगाने वाले तेज गेंदबाज के मामले में इरफान पठान का नाम दूसरे नंबर पर काबिज है जिन्होंने 28 टेस्ट मैचों में यह कारनामा किया था जबकि मोहम्मद शमी 29 विकेट के साथ इस फेहरिस्त में तीसरे पायदान पर काबिज हैं।
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आपको बता दें कि अगर भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जीतनी है तो बुमराह से एक बेहतरीन गेंदबाजी स्पेल का आना जरूरी है और अगर वो अपने इस प्रदर्शन को जारी रखते हैं तो 14 साल बाद भारतीय टीम इंग्लैंड को उसके घर में हरा कर सीरीज जीतने में कामयाब होगी। भारत ने 2007 में 1-0 से टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की थी। भारतीय क्रिकेट टीम के लिये टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन के नाम है जिन्होंने 19 मैचों में यह रिकॉर्ड हासिल किया था, जबकि ईरापल्ली प्रसन्ना (20), अनिल कुंबले (21), सुभाष गुप्ते (22), वीनू मांकड़ (23) और रविंद्र जडेजा (24) का नाम भी शामिल है।