सेंचुरियन में जीत हासिल करने वाली पहली एशियाई टीम बनी भारत
भारत ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली जीत साल 2006 (जोहान्सबर्ग) में हासिल की थी, जिसके बाद 2010 (डरबन) में उसे दूसरी बार जीत मिली थी जबकि साल 2018 (जोहान्सबर्ग) में भारत ने अपना तीसरा टेस्ट मैच जीता था। वहीं सेंचुरियन के मैदान पर भारतीय टीम ने पहली बार जीत हासिल की है और साउथ अफ्रीका की टीम को इस मैदान पर हराने वाली पहली एशियाई टीम बन गई। वहीं ओवरऑल की बात करें तो साउथ अफ्रीका को सेंचुरियन के मैदान पर हराने वाली भारत तीसरी टीम बनी। भारत से पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम ने ही सेंचुरियन के मैदान पर साउथ अफ्रीका को मात देने का कारनामा किया है। भारत ने इस मैच में जीत के साथ ही 3 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
केएल राहुल-मयंक अग्रवाल ने रखी जीत की नींव
भारतीय टीम के लिये कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और पहले दिन 3 विकेट खोकर 272 रनों का स्कोर खड़ा किया। मैच का दूसरा दिन पूरी तरह से बारिश का शिकार हुआ जिसके बाद जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो वो 55 रन ही जोड़ सकी और 327 पर सिमट गई। भारत के लिये सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (123), मयंक अग्रवाल (60) और अजिंक्य रहाणे (48) ने अहम पारियां खेली। भारतीय गेंदबाजों ने रनों का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम को जसप्रीत बुमराह (2 विकेट), मोहम्मद शमी (5 विकेट) और शार्दुल ठाकुर (2 विकेट) की गेंदबाजी के दम पर 197 पर समेट दिया और 130 रनों की बढ़त हासिल कर ली।
गेंदबाजों ने भारत को दिलायी ऐतिहासिक जीत
तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने एक विकेट के नुकसान पर 16 रन बना लिये थे। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब मैच के तीसरे दिन 18 विकेट गिरते हुए देखे गये। जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आये और 174 रन पर सिमट गई। भारत ने चौथी पारी में जीत के लिये 305 रनों का लक्ष्य दिया। रनों का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम के लिये कप्तान डीन एल्गर ने जबरदस्त पारी खेली और 77 रनों की कप्तानी पारी खेली। वहीं टेंबा बावुमा (नाबाद 35) आखिरी तक लड़ते रहे, हालांकि जसप्रीत बुमराह (3), मोहम्मद शमी (3), मोहम्मद सिराज (2) और आर अश्विन (2) के दम पर साउथ अफ्रीका की टीम को 191 रन पर समेट दिया और भारतीय टीम 113 रनों से जीत दिला दी।