इतिहास रचने से चूकी थी साउथ अफ्रीका
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की बात करें तो किसी भी टीम के लिये चौथी पारी मेंं 300 से 350 रनों का पीछा करना काफी मुश्किल होता है। यहां तक की टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 4 बार ही ऐसा हुआ है जब टीमों ने चौथी पारी में 400 से ज्यादा रन के टारगेट को सफलतापूर्वक हासिल किया हो, उसमें भी सबसे बड़ा स्कोर 418 रन रहा है। ऐसे में अगर किसी टीम को चौथी पारी में 458 रन दे दिये जायें और उसे आखिरी के 6 सेशन गेंदबाजी करने के लिये कहा जाये तो वो खुशी-खुशी ऐसा करने को तैयार हो जायेगी।
2013 में जब भारतीय टीम साउथ अफ्रीका दौरे पर पहुंची थी तो दो मैचों की सीरीज का पहला मैच जोहान्सबर्ग में खेला गया था, जहां पर भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के सामने चौथी पारी में जीत के लिये 458 रनों का लक्ष्य रखा था। हैरानी की बात यह है कि साउथ अफ्रीका की टीम ने इस स्कोर को लगभग हासिल भी कर लिया था, हालांकि 8 रन से पीछे रह जाने की वजह से मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ। अगर साउथ अफ्रीका की टीम इसे बना लेती तो टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में सबसे बड़े रन चेज का रिकॉर्ड अपने नाम कर जाती।
कोहली-पुजारा ने की थी रनों की बारिश
भारतीय टीम ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और विराट कोहली (119) की शतकीय पारी के दम पर 280 रन का स्कोर खड़ा किया। गेंदबाजी में भारत के लिये इशांत शर्मा और जहीर खान ने जबरदस्त गेंदबाजी की और 4-4 विकेट लेकर साउथ अफ्रीकी टीम को 244 रन पर समेट दिया। भारतीय टीम को पहली पारी में 36 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में भारत के लिये चेतेश्वर पुजारा (153) और विराट कोहली (96) ने बल्लेबाजी में फिर से मैरॉथन पारी खेली और 421 रन पर ऑल आउट हो गई। पहली पारी की बढ़त की बदौलत भारतीय टीम का कुल स्कोर 457 हो गया और साउथ अफ्रीका के सामने जीत के लिये 458 रन का टारगेट हो गया।
आखिरी ओवर तक अटकी रही भारत की सांसे
जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम ने जबरदस्त शुरुआत की और पहले विकेट के लिये एल्विरो पीटरसन (76) और ग्रीम स्मिथ (44) के दम पर 108 रनों की साझेदारी कर डाली। रहाणे के थ्रो ने स्मिथ को रन आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा, जिसके बाद मोहम्मद शमी ने पीटरसन को भी वापस भेज दिया। 197 रन के स्कोर तक साउथ अफ्रीका की टीम ने अपने 4 विकेट गंवा दिये थे, हालांकि फाफ डुप्लेसिस (134) और एबी डिविलियर्स (103) की तेज तर्रार शतकीय पारियों के दम पर साउथ अफ्रीका की टीम ने पांचवे विकेट के लिये 205 रनों की साझेदारी कर डाली और जीत की दहलीज पर ला खड़ा किया। इशांत ने डिविलियर्स को बोल्ड कर टीम की वापसी करायी तो रहाणे के थ्रो पर डुप्लेसिस रन आउट हुए।
जब डुप्लेसिस आउट हुए थे साउथ अफ्रीका की टीम 442 रन बना चुकी थी। मैच के 5वें दिन के आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिये 4 विकेट की दरकार थी तो वहीं पर साउथ अफ्रीका की टीम को 16 रन चाहिये थे। आखिरी ओवर मोहम्मद शमी को थमाया गया और उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए इसमें एक और विकेट हासिल किया। हालांकि आखिरी गेंद पर डेल स्टेन ने छक्का लगाया पर टारगेट से 8 रन पीछे रह गये जिसकी वजह से मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।