राहुल द्रविड़ से बेहतर विकेटकीपिंग करते हैं लोकेश राहुल
राजकोट में लोकेश राहुल ने 52 गेंद में 80 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली और फील्डिंग के दौरान जसप्रीत बुमराह-नवदीप सैनी की गेंद पर कैच लपकने के साथ रविंद्र जडेजा की गेंद पर शानदार स्टंपिंग कर एरॉन फिंच को वापस पवेलियन भेजने का काम किया। इसके बाद से उनकी विकेटकीपिंग की तुलना राहुल द्रविड़ से की जाने लगी।
हालांकि भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि राहुल द्रविड़ की तुलना में केएल राहुल की विकेटकीपिंग ज्यादा शानदार है लेकिन इस बल्लेबाज को अभी दोहरी जिम्मेदारी नहीं देनी चाहिये।
मैच से पहले आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘लोकेश राहुल विकेटकीपिंग के मामले में द्रविड़ से बेहतर हैं लेकिन मैं नहीं चाहूंगा कि उन्हें नियमित तौर पर यह जिम्मेदारी दी जाए। यह नहीं होना चाहिए की वह 50 ओवर विकेटकीपिंग करें और फिर शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी।'
कभी कभार के लिये ठीक है पर नियमित कीपर नही बन सकते केएल राहुल
आकाश चोपड़ा ने कहा कि भारतीय टीम में जरूरत के हिसाब से कभी-कभार केएल राहुल से विकेटकीपिंग कराना ठीक है लेकिन लंबे समय तक उन्हें यह जिम्मेदारी देना ठीक नहीं होगा।
चोपड़ा ने कहा, ‘कभी कभार जरूरत के मुताबिक या टीम संयोजन के लिए वह ऐसा करते हैं तो ठीक है लेकिन लंबे समय तक आपको उन्हें 10 हजार रन बनाने का मौका देना होगा। वह अगर विकेटकीपिंग करते हैं तो यह संभव नहीं होगा।'
उन्होंने आगे कहा, ‘अगर कोई बल्ले से अच्छा कर रहा है और वह टीम में कोई और योगदान दे सकता है तो इसका यह मतलब नहीं कि उसे विकेटकीपिंग भी करनी चाहिए। लोकेश राहुल एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में मेरे लिए बहुत कीमती हैं। इस तरह उसके कार्यभार को प्रबंधित करने के बजाय आप उसे बढ़ा रहे हैं।'
नयन मोंगिया ने भी लंबे समय तक विकेटकीपिंग कराने से किया मना
भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज नयन मोंगिया ने भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा और कहा कि लंबे समय के लिये केएल राहुल विकेटकीपर की विकल्प नहीं हो सकते, वह बल्लेबाज के रूप में ज्यादा अहम हैं।
मोंगिया ने कहा, ‘वह टीम में शानदार हैं, और दूसरे विकेटकीपर के रूप में उपलब्ध हो सकते हैं, लेकिन वनडे प्रारूप में उन्हें नियमित विकेटकीपर बनाना गलत होगा। टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह एक बार को चल सकता है लेकिन वनडे क्रिकेट में नहीं। टीम में नियमित विकेटकीपर का होना बेहद जरूरी है। अगर वह नियमित तौर पर विकेटकीपिंग करेंगे तो उनकी बल्लेबाजी प्रभावित होगी। वह टीम के लिए विकेटकीपर की जगह एक बल्लेबाज के तौर पर ज्यादा अहम हैं।'
लोकेश राहुल पहले भी निभा चुके हैं विकेटकीपर की भूमिका
राहुल को इससे पहले भी विकेटकीपर की भूमिका भी निभानी पड़ी। राहुल अंडर-19 वर्ल्ड कप में विकेटकीपिंग कर चुके हैं। वह कर्नाटक के लिए और आईपीएल में भी यह भूमिका निभा चुके हैं। नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत के चोटिल होने के बाद राहुल को यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
राहुल ने कहा, ‘विकेटकीपिंग एक चुनौती है। यहां तक कि मैं कुछ अवसरों पर कुलदीप (यादव) और (रविंद्र) जडेजा की गेंदों की गति नहीं समझ पाता। मुझे अपनी प्रथम श्रेणी टीम के साथ इस तरह की गेंदबाजी का सामना नहीं करना पड़ा था। मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है, मैं केवल उसका आनंद उठा रहा हूं और अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास कर रहा हूं।'
ओपनिंग को लेकर जारी थी कश्मकश
सीरीज से पहले ऐसा लग रहा था कि पारी का अगाज करने के मामले में रोहित शर्मा के जोड़ी बनाने के लिए शिखर धवन और राहुल के बीच टक्कर होगी।
राहुल पर भरोसा करने वाले कप्तान विराट कोहली ने दोनों को प्लेइंग-XI में मौका दिया। राहुल मुंबई में खेले गए पहले एकदिवसीय में तीसरे जबकि राजकोट में पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए उतरे।