नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम में मॉर्डन डे के राहुल द्रविड़ के नाम से मशहूर चेतेश्वर पुजारा 9 महीने बाद मैदान पर लौटने वाले हैं। टेस्ट क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजी की मजबूत कड़ी माने जानें वाले चेतेश्वर पुजारा आखिरी बार न्यूजीलैंड के खिलाफ फरवरी में टेस्ट मैच खेलते नजर आये थे, जिसके बाद कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते उन्हें मैदान पर लौटने का मौका ही नहीं मिल सका। अब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 17 दिसंबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की बल्लेबाजी का दारोमदार संभालते हुए नजर आयेंगे।
इस सीरीज के दौरान भारतीय टेस्ट क्रिकेट के मध्यक्रम की मजबूत कड़ी माने जानें वाले चेतेश्वर पुजारा बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करते हुए टेस्ट क्रिकेट में 6000 रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। पुजारा ने अपने अब तक के करियर के दौरान 77 टेस्ट मैचों में 48.60 की औसत से 5840 रन बनाने का काम किया है और उन्हें इस रिकॉर्ड को हासिल करने के लिये महज 160 रन की जरूरत है।
और पढ़ें: IND vs AUS: क्या ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लौटेंगे इशांत शर्मा, जानें क्या है इंजरी पर अपडेट
अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस सीरीज में चेतेश्वर पुजारा 160 रन बना लेते हैं तो वह 6000 रनों के आंकड़े को पार करने वाले 11वें भारतीय खिलाड़ी बन जायेंगे। उनसे पहले यह कारनामा भारतीय क्रिकेट टीम के गुंडप्पा विश्वनाथ (6080), मोहम्मद अजहरूद्दीन (6215), दिलीप वेंगसरकर (6868), सौरभ गांगुली (7212), विराट कोहली (7240), वीरेंद्र सहवाग (8503), वीवीएस लक्ष्मण (8781), सुनील गावस्कर (10122), राहुल द्रविड़ (13265) और सचिन तेंदुलकर (15921) भी कर चुके हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खेलने पहुंची भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा थे लेकिन किसी भी टीम से न जुड़े होने के चलते यह खिलाड़ी आईपीएल में भी नहीं खेला है। ऐसे में लगातार मैदान से दूर रहना और लगभग 9 महीने बाद मैदान पर वापसी करना पुजारा के लिये मुश्किल काम होगा।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा का मानना है कि इस बात का फायदा ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को होगा जिनके सामने पुजारा इस सीरीज में संघर्ष करते नजर आयेंगे।
और पढ़ें: IND vs AUS: अख्तर ने बताया क्यों ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में संघर्ष करेगी विराट सेना
गौरतलब है कि 2018-19 में जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था तो पुजारा ने 4 टेस्ट मैचों में 3 शतक और एक अर्धशतक की मदद से 521 रन बनाये थे और दोनों टीमों की ओर से बनाये गये किसी भी बल्लेबाज की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे। उनकी शानदार बल्लेबाजी के दम पर भारत ने यह सीरीज 2-1 से जीती थी।
आपको बता दें कि पुजारा के लिये इस साल न सिर्फ खुद को साबित करने की जरूरत है बल्कि पहले मैच के बाद वापस भारत लौटने वाले कप्तान विराट कोहली की गैर मौजूदगी में टीम की बल्लेबाजी को मजबूती प्रदान करने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधों पर होगी।