रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल-
रोहित इंदौर टेस्ट में भारत की इकलौती पारी में ज्यादा योगदान नहीं दे सके और यह मुंबईकर 6 रन बनाकर ही आउट हो गया था। लेकिन रोहित बल्ले से हाल ही में एक जबरदस्त रोल पर हैं, ऐसे में वे चाहेंगे कि डे-नाइट टेस्ट में एक शानदार पारी के साथ इतिहास में अपना भी नाम बड़े अक्षरों में दर्ज कराया जाए।
जबकि उनके जोड़ीदार मयंक अग्रवाल अग्रवाल भी उतनी ही शानदार फॉर्म में हैं और उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर में करियर का दूसरा दोहरा शतक जमाया है और वह धमाकेदार शुरुआत करना चाहेंगे। मयंक रोहित की तुलना में कहीं ज्यादा ठोस बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
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चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली-
वेस्टइंडीज दौरे के बाद से पुजारा ने टेस्ट में बहुत बड़े स्कोर नहीं बनाए हैं। उन्होंने इंदौर में अर्धशतक बनाया, लेकिन आगे नहीं बढ़ सके और यह क्लासिक बल्लेबाज डे-नाइट टेस्ट में बड़ा स्कोर बनाना चाहेगा। पुजारा इससे पहले भी गुलाबी गेंद के साथ भारत में प्रथम श्रेणी मुकाबला खेल चुके हैं।
कप्तान कोहली इंदौर में एक दुर्लभ डक पर आउट हो गए थे और वह ईडन गार्डन्स में बड़े स्कोरिंग के लिए लौटने को उत्सुक होंगे। बेशक, एक सीरीज जीत और 2-0 के अंतर से सूपड़ा साफ करना भी उनके दिमाग में चल रहा होगा।
अजिंक्य रहाणे और साहा-
रहाणे के पास अपना 12वां टेस्ट शतक दर्ज करने का सुनहरा मौका था लेकिन वह 86 रन पर आउट हो गए और इससे उनके मन में थोड़ी निराशा हुई होगी। दाएं हाथ का यह बल्लेबाजी टेस्ट में उपकप्तान है और वह डे-नाइट टेस्ट में बड़ा योगदान देने के लिए उत्सुक होगा।
वहीं, साहा की बात की जाए तो वह विकेट के पीछे हमेशा की तरह शानदार थे और बल्ले से बड़ा योगदान देने के बारे में सोच रहे होंगे जिसके लिए साहा इस समय आलोचकों के निशाने पर भी हो सकते हैं। हालांकि उनका प्राथमिक ध्यान अपनी विकेटकीपिंग पर ही होगा जो टेस्ट मैचों में निर्णायक साबित होती है।
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जडेजा-अश्विन की सदाबहार जोड़ी-
जडेजा एक बार फिर इंदौर में बल्ले से चमके जिसके चलते भारत के लिए निचले क्रम पर एक ठोस बल्लेबाज की भूमिका में वे लगातार मंजते जा रहे हैं। साथ ही वह एक सटीक गेंदबाजी लगातार कर रहे हैं। इस मैच में जडेजा को क्रास सीम गेंदबाजी करते हुए देखा जाए तो ज्यादा बड़ी बात नहीं होगी।
वहीं उनके साथी आर अश्विन ने गुलाबी गेंद के साथ नेट्स में काफी विविधता भरी गेंदबाजी का मुजायरा करने की कोशिश की है। वे भी इस मैच में क्रास सीम का अधिक अभ्यास कर रहे हैं। वह कोलकाता में अपनी बड़ी भूमिका का इंतजार कर रहे होंगे।
उमेश, शमी और ईशांत यानी घातक तिकड़ी
उमेश यादव उमेश बल्ले से मनोरंजन करने के साथ गेंद साथ प्रभावी हैं। विदर्भ का यह पेसर पिंक बॉल टेस्ट में भी मानकों को बनाए रखना चाहेगा। मोहम्मद शमी इस समय करियर की बेहतरीन तेज गेंदबाजी कर रहे हैं और उन्होंने पिछेल मैच में सात विकेट हासिल किया थे। वह गुलाबी गेंद से भी अपनी पहचान बनाना चाहेंगे जिसको वे कोलकाता में ही एक घरेलू लीग मैच के दौरान खेल चुके हैं।
जबकि सबसे अनुभवी ईशांत शर्मा उमेश के सहयोगी गेंदबाजी के रूप में शानदार थे और घास की इस पिच पर गुलाबी गेंद से कहर बरपाने के लिए भारतीय तेज गेंदबाजी का अहम हिस्सा होंगे।