किसने फेंका पहला ओवर
भारत के कप्तान विराट कोहली और मेहमान टीम के कप्तान मोमिनुल हक जब टाॅस के लिए मैदान पर उतरे तो सिक्का उछाला कोहली ने, लेकिन टाॅस जीते मोमिनुल। यानि की भारत अपने पहले डे-नाइट की शुरूआत टाॅस हारकर की। इसके बाद जब भारतीय टीम गेंदबाजी करने उतरी तो पहला ओवर फेंकने का अवसर मिला तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को। इसी के साथ इशांत शर्मा भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट मुकाबले में पहला ओवर फेंकने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए। इशांत के लिए यह ओवर यादगार भी बन गया। दरअसल, इशांत का सामना कर रहे थे ओपनर शादमान इस्लाम, जो एक भी रन निकालने में नाकाम रहे। इस तरह इशांत का पूरा ओवर मेडन गया जो उनका हाैसला बुलंद करने के लिए अब काफी है।
पहली विकेट भी इशांत के नाम
यह टेस्ट इशांत के लिए तब और भी खास बन गया जब वो भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट की पहली विकेट निकालने वाले गेंदबाज भी बन गए। बांग्लादेश के लिए शादमान इस्लाम के साथ इमरूल कायेस ओपनिंग करने आए थे। इमरूल के रूप में बांग्लादेश को पहला झटका लगा। पारी का सातवां ओवर इशांत शर्मा फेंकने आए। पहली गेंद पर इशांत ने उन्हें कैच आउट द्वारा अपना शिकार लगभग बना लिया था। लेकिन इमरूल ने रिव्यू लिया जिसके बाद वह बच गए। लेकिन इसी ओवर की तीसरी गेंद पर इमरूल बच नहीं सके। इशांत ने उन्हें चकमा देते हुए एल्बीडब्ल्यू आउट किया। हालांकि इस बार भी इमरूल ने रिव्यू लिया लेकिन वो बच नहीं सके। थर्ड अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला सही साबित किया और ईशांत ने भारत को पहली विकेट दिला दी।
रोहित ने लपका कैच
वहीं भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट में फील्डिंग दाैरान पहला कैच लपकने का काम ओपनर रोहित शर्मा ने किया है। बांग्लादेश 10 ओवर में 17 रन बना चुकी थी। 11वां ओवर तेज गेंदबाज उमेश यादव फेंकने आए। उमेश ने ओवर की पहली गेंद सीधी याॅर्कर रखी जिसे रोकने के प्रयास में मोमोमिनुल हक बल्ले से सही अड़ा नहीं सके और गेंद बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में खड़े रोहित शर्मा की ओर चली गई। वहीं रोहित ने भी फुर्ती दिखाते हुए दाईं ओर छलांग लगाते हुए एक हाथ से गजब कैच कर लिया। इसी के साथ मोमिनुल बिना खाता खोले पवेलियन लाैट गए। यह भारत के पहले डे-नाइट का कैच के रूप में पहला विकेट रहा।
एक सत्र में उड़ा दिए 6 विकेट
भारतीय गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद पहली बार पिच पर उड़ाई, जिससे बांग्लादेशी बल्लेबाज तू चल मैं आया की तरह चलते बने। मैच शुरू होने से पहले सवाल आ रहे थे कि गेंद भारी है जिस कारण गेंदबाजों को कुछ मुश्किल आ सकती है और बाउंड्री के पास खड़े फील्डर के लिए थ्रो करना भी थोड़ा मुश्किल रहेगा क्योंकि गेंद का वजन थोड़ा ज्यादा है। यह बात खुद कप्तान विराट कोहली ने भी मैच शुरू होने के एक दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस दाैरान भी कही थी। लेकिन मैच जब शुरू हुआ और जो दिखा उससे ये बातें फिलहाल गलत साबित हो गईं। पहले सत्र का खेल समाप्त होने तक भारतीय गेंदबाजों ने 21.4 ओवर फेंकते हुए 6 विकेट उखाड़ दिए। खास बात यह है कि ये सभी विकेट तेज गेंदबाजों ने ही निकाले हैं, जिसमें 3 उमेश यादव 2 इशांत तो एक विकेट मोहम्मद शमी के नाम रहा। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों की इस तिकड़ी के लिए यह मैच यादगार बन गया है, जिन्होंने अपना प्रभाव छोड़कर सुर्खियां बटोर लीं। यही नहीं, बांग्लादेश के तीसरे, चाैथे और पांचवें क्रम पर बल्लेबाज बिना खाता खोले ही आउट हो गए। ये तीनों रहे। मोमिनुक हक, मोहम्मद मिथुन और मुश्फिकर रहीम।
खेश हसीना रहीं खास मेहमान
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी इस ऐतिहासिक टेस्ट की गवाह बनी हैं। गुलाबी रंग में रंगे ईडन गार्डन में जब शेख हसीना ने कदम रखा तो पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। उनके साथ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इस माैके पर माैजूद रहीं। मैच शुरू होने के कई दिनों से पहले ही बीसीसीआई के अध्यक्ष साैरव गांगुली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख हसीना को 'पिंक' टेस्ट मैच का खास मेहमान बनने का न्याैता दे दिया था। शेख हसीना के साथ ममता बनर्जी ने भी ईडन बेल बजाकर मैच शुरू करवाने संदेश दिया। यही नहीं शेश हसीना ने मैदान में जाकर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के साथ मुलाकात भी की।