नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान और नेशनल क्रिकेट अकादमी के मुखिया राहुल द्रविड़ ने डे-नाइट टेस्ट मैचों का समर्थन किया है। दुनिया भर में द वॉल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर हो रहे पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में फैन्स के उत्साह की तारीफ करते हुए कहा कि अगर दर्शक और फैन्स चाहते हैं कि डे-नाइट मैचों की संख्या में बढ़ोतरी हो तो यह एक अच्छा विचार है।
कोलकाता में भारत-बांग्लादेश के बीच जारी पहले डे-नाइट टेस्ट मैच के पहले दिन स्टेडियम में तकरीबन 60 हजार दर्शक मौजूद थे। इस मौके पर राहुल द्रविड़ समेत क्रिकेट के कई दिग्गज खिलाड़ी ईडन गार्डन्स पर पहुंच गये।
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मैदान पर पहुंचकर राहुल द्रविड़ ने कहा, ' इस मैदान पर आकर काफी खुशी मिली है। इसने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच की कुछ पुरानी यादें ताजा कर दी हैं। उस वक्त जब आपके सामने 45-50,000 दर्शक होते हैं तो आपको शानदार लगता है। यह शानदार माहौल है और इस तरह की भीड़ देखना अच्छा लगता है। आप इससे ज्यादा और क्या मांग सकते हो? मुझे उम्मीद है कि हम ऐसा लगातार करते रहें।'
राहुल द्रविड़ ने पिंक बॉल से खेलने को लेकर कहा कि अगर उनके समय में डे-नाइट प्रारूप में टेस्ट मैच होता तो वो खेलना जरूर पसंद करते।
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राहुल ने कहा,'मैं हमेशा 40-50,000 लोगों के सामने खेलना चाहता हूं। जब हम 2001 में ईडन में खेल रहे थे तब 100,000 के आस-पास लोग थे, इससे हमें मजा आया था। जिस तरह से लाल बॉल से खेलते हुए बल्लेबाज को पहले सेशन में परेशानी होती है वैसे ही मुझे लगता है कि पिंक बॉल से शाम के सेशन में खेलने में परेशानी हो सकती है। खैर यह एक मजेदार सत्र होता, अगर मैं खेल सकता तो जरूर खेलना चाहता।'
आपको बता दें कि बांग्लादेश की टीम मैच के पहले दिन ही महज 106 रन पर ऑल आउट हो गई। मैच शुरु होने के 2 घंटे के अंदर उसके बल्लेबाज संघर्ष करते हुए वापस पवेलियन लौट गए।
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राहुल द्रविड़ ने कहा,' हमने बांग्लादेश की पारी में देखा कि कैसे बल्लेबाज 2 घंटे में संघर्ष करते हुए 106 रन पर ढेर हो गए। इससे पहले लाल गेंद से सुबह का सेशन खतरनाक होता था लेकिन पिंक बॉल से शाम के सेशन में यही मौका आपके पास है।'