नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच लॉर्डस के मैदान पर खेला जा रहा है, जिससे पहले इंग्लैंड की टीम के तेज गेंदबाज स्टअर्ट ब्रॉड चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गये हैं। लॉर्डस टेस्ट से पहले स्टुअर्ड ब्रॉड वॉर्म अप के दौरान अपनी कॉल्फ में खिंचाव ला बैठे और पूरी सीरीज से बाहर हो गये हैं। हालांकि इस तेज गेंदबाज का मानना है कि भारत के साथ खेली जा रही इस सीरीज में वो इकलौते गेंदबाज नहीं होंगे जो चोट की वजह से बाहर हुए बल्कि सीरीज के दौरान कई सारे खिलाड़ी चोटिल होकर बाहर होने वाले हैं।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपनी इस बात के पीछे का कारण इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के लिये 2021 के एक्शन पैक्ड टाइट शेड्यूल को दिया और कहा कि यह टाइट शेड्यूल खिलाड़ियों को आराम नहीं करने देगा और वर्कलोड मैनेज करने में आने वाली परेशानी के चलते काफी सारे खिलाड़ियों को चोट का सामना करना पड़ेगा।
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उल्लेखनीय है कि स्टुअर्ट ब्रॉड भारत के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच का हिस्सा थे जो कि नॉटिंघम के मैदान पर खेला गया। ट्रेंट ब्रिज में खेले गये इस मैच में वो पहली पारी में विकेट हासिल करने में नाकाम रहे थे और दूसरी पारी में केएल राहुल का विकेट हासिल किया था। इसके बाद जब वो लॉर्डस टेस्ट मैच के लिये मंगलवार को तैयारी कर रहे थे तब अजीब तरीके से गिर गये और दांयी जांघ में ग्रेड 3 स्तर की इंजरी ले बैठे। इस चोट के चलते ब्रॉड ऑस्ट्रेलिया में होने वाली एशेज सीरीज तक टीम से बाहर हो गये हैं।
उन्होंने कहा,'मैं इस सीरीज में इंग्लैंड की टीम के लिये चोटिल होने वाला आखिरी खिलाड़ी नहीं बनूंगा, खास तौर से हमारे खिलाड़ी जिस तरह से खतरे की स्थिति में लगातार बने हुए हैं। हमारी सबसे बड़ी परेशानी है 2021 का शेड्यूल जिसमें हमे काफी सारे टेस्ट मैच खेलने हैं। इसके चलते गेंदबाजों के पास ओवर फेंकने की ताकत नहीं बचेगी जिसके चलते खिलाड़ी 4 या 5 मैचों की टेस्ट सीरीज नहीं खेल सकेंगे। ऐसे में अगर खिलाड़ियों वर्कलोड मैनेज नहीं किया गया तो खिलाड़ी चोटिल होते रहेंगे।
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स्टुअर्ट ब्रॉड ने आगे बात करते हुए कहा कि खिलाड़ियों पर वर्कलोड के चलते जो चोट लगती है उससे उबरकर वो सीधा खेल में वापसी नहीं कर पाते हैं। आपके शरीर का एक ऐसा समय आता है जब हमारे शरीर का रेड जोन आता है जिसमें आपका शरीर काम नहीं कर पाता है। ऐसे में इसकी देखभाल करने के लिये ज्यादा समय की जरूरत होती है। दुर्भाग्य से जिस तरह का शेड्यूल हैं उसके चलते ऐसा कर पाना मुश्किल लग रहा है।
अपनी हालिया चोट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,'कॉफ इंजरी के चलते मुझे इसमें एक ही सकरात्मक चीज नजर आती है कि मुझे पूरे समर के लिये आराम मिल गया है और मैं पूरी ताकत के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वापसी कर सकता हूं। एशेज ने मुझे वापसी करने का मजबूत इरादा दिया है और मुझे कोई कारण समझ नहीं आता है कि मैं पूरी तरह से फिट होकर नवंबर में वापसी क्यों नहीं कर सकता।