रन बनाने में धीमी शुरुआत
भारतीय टीम ने भले ही पारी के अंत में 337 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया लेकिन पारी की शुरुआत में उसका खेल काफी धीमा रहा है। भारत ने अपनी पारी के दौरान अपने आखिरी ओवर में 126 रन जोड़ने का काम किया जबकि पहले 40 ओवर्स में वह सिर्फ 226 रन ही बना सकी। जबकि इंग्लैंड की बल्लेबाजी की बात करें तो उसके खिलाड़ी शुरुआत से ही आक्रामक बल्लेबाजी करते नजर आते हैं और बड़े से बड़े स्कोर का आसानी से पीछा करते नजर आते हैं। अगर भारतीय टीम पहले 40 ओवर्स में 275 रन का स्कोर कर लेती तो भारतीय टीम पुणे के इस मैदान पर शायद 400 के आंकड़े को भी छू सकती थी और इस मैच में अपनी जीत की दावेदारी को मजबूत कर सकती थी।
भारत को खली 5वें गेंदबाज की कमी
भारतीय टीम के लिये दूसरी पारी में गेंदबाजी में एक बार फिर 5वें गेंदबाज की कमी नजर आई। जहां पहले पावरप्ले के दौरान भारतीय गेंदबाज विकेट निकाल पाने में नाकामयाब रहे तो वहीं पर टीम को साफ-साफ 5वें गेंदबाजी की कमी खलती नजर आई। भारतीय टीम इस समय मैच में क्रुणाल पांड्या को बतौर 5वें गेंदबाज के रूप में खिला रही है लेकिन पांड्या के पास अनुभव की कमी और हार्दिक पांड्या से गेंदबाजी न कराना टीम के लिये असरदार साबित नहीं हो पा रहा है, ऐसे में अगर भारत के पास पांचवे गेंदबाज के रूप में अगर कोई पूर्ण गेंदबाज होता तो शायद विकेट लेकर भारतीय टीम की वापसी करा सकते थे।
बेयरस्टो-स्टोक्स के सामने धराशायी हुए गेंदबाज
इंग्लैंड के लिये जॉनी बेयरस्टो ने एक बार फिर बड़ी पारी खेलने का काम किया और आज के मैच में अपना शतक पूरा करने का काम किया। बेयरस्टो ने 112 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौके 7 छक्के लगाकर 124 रनों की पारी खेली। वहीं पर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आये बेन स्टोक्स ने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद में 4 चौके 10 छक्के लगाकर 99 रनों की पारी खेली। हालांकि वो शतक लगाने से चूक गये लेकिन इंग्लैंड के लिये इस जोड़ी ने भारत के हाथों से मैच को बाहर निकाल दिया और इंग्लैंड के लिये भारतीय टीम के खिलाफ सबसे बड़ा रन चेज हासिल किया।