हार्दिक-पंत की मजबूत साझेदारी
भारतीय टीम के लिये शिखर धवन और रोहित शर्मा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार शुरुआत की और पहले विकेट के लिये 103 रन जोड़ने का काम किया हालांकि टीम ने अपने 4 विकेट महज 157 रन पर खो दिये और बैकफुट पर चली गई। यहां पर भारतीय टीम के लिये ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने-अपने अर्धशतक पूरे किये और पांचवे विकेट के लिये 99 रनों की साझेदारी की, इसी के चलते भारतीय टीम पूरे 50 ओवर न खेल पाने के बावजूद 329 रनों का स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही।
पहली बार पावरप्ले में हासिल किया विकेट
वनडे सीरीज के पहले दो मैचों में इंग्लैंड की टीम ने जिस तरह से बल्लेबाजी की थी उसके बाद ऐसा लग रहा था कि मानों पुणे के इस मैदान पर इंग्लैंड के लिये 400 रन का स्कोर भी छोटा पड़ जाये, ऐसे में भारतीय टीम जब 329 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई तो लगा मानों विराट सेना ने 40-50 रन कम बनाये हैं। हालांकि गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार ने शानदार आगाज किया और अपने पहले दो ओवर्स में इंग्लिश टीम के दोनों सलामी बल्लेबाजों को वापस भेजने का काम किया। यह विकेट की संख्या 3 हो सकती थी लेकिन हार्दिक पांड्या ने बेन स्टोक्स का आसान सा कैच टपकाने का काम किया था। हालांकि भारत को शुरु में ही दो विकेट हासिल करने का फायदा नजर आया और इंग्लैंड नियमित अंतराल पर अपने विकेट खोता रहा।
छठे गेंदबाज की एंट्री ने विराट को दिया डेथ ओवर्स में फायदा
विराट कोहली ने अपने आखिरी मैच में कुलदीप यादव की जगह टी नटराजन को शामिल किया तो वहीं पर हार्दिक पांड्या से भी गेंदबाजी कराने का काम किया। दूसरे मैच के दौरान जब भारतीय गेंदबाजों की पिटाई हो रही थी तो उस वक्त कोहली ने पांड्या का इस्तेमाल नहीं किया था जो कि इस मैच में करते नजर आये और नतीजन भारतीय टीम के लिये डेथ ओवर्स के 49वें ओवर में सिर्फ 5 रन ही दिये और क्रुणाल पांड्या के पिटने पर सिर्फ 4 ओवर ही कराये गये।
कोहली ने पकड़ा जबरदस्त कैच, भारत ने जीती छक्कों की रेस
भारतीय टीम ने इस मैच में बेहद साधारण फील्डिंग की और 4 आसान कैच छोड़ने का काम किया हालांकि कप्तान विराट कोहली ने उस समय अहम कैच पकड़ने का काम किया जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी। कप्तान विराट कोहली ने 8वें विकेट के लिये सैम कर्रन के साथ शानदार साझेदारी कर रहे आदिल राशिद का जबरदस्त कैच पकड़ने का काम किया जिसके चलते भारत वापस मैच में आ सका। इसके अलावा भारतीय टीम ने इस मैच में छक्कों की प्रतियोगिता भी अपने नाम करने का काम किया। जहां इंग्लैंड की टीम ने अपनी पारी में 7 छक्के लगाने का काम किया तो वहीं पर भारतीय टीम ने इस मैच में 11 छक्के लगाये। हालांकि इंग्लैंड कम छक्के के बावजूद जीत से सिर्फ 7 रन ही दूर रहा।