विदेश में टॉस जीतने पर मिलती है हार
वैसे तो कप्तान विराट कोहली टॉस जीतने के मामले में काफी अनलकी खिलाड़ी माने जाते हैं और ऐसा उनके आंकड़े भी बयां करते हैं जिसके अनुसार उनके टेस्ट करियर में टॉस जीत का प्रतिशत महज 43.77 है। हालांकि कप्तान कोहली के टॉस हारने से ज्यादा उनका टॉस जीतना टीम के लिये अनलकी साबित हुआ है। विदेशी सरजमीं पर विराट कोहली की कप्तानी में खेले गये पिछले 3 मैचों की बात करें (जिसमें उन्होंने टॉस जीता है) तो कप्तान कोहली का टॉस जीतना टीम का हारना तय कर देता है।
लीडस में खेले गये इस टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम ने इंग्लैंड की सरजमीं पर कभी भी टॉस नहीं जीता था लेकिन जैसे ही वो इस मैच में टॉस जीते पारी और 76 रनों से हार गये। कुछ ऐसा ही हाल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले गये पिंक बॉल टेस्ट मैच में भी देखने को मिला था, जहां पर कोहली ने टॉस जीता था लेकिन मैच में उन्हें 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में भारत 36 रन पर ऑल आउट हो गई थी। वहीं साल 2018 में जब भारतीय टीम ने लॉर्डस के मैदान पर इंग्लैंड का सामना किया था तो वहां पर कोहली को टॉस में जीत तो नहीं मिली थी लेकिन इस मैच में उन्हें पारी और 159 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
पारी से सबसे ज्यादा बार हारने वाली टीम में ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ा
हेडिंग्ले पर मिली इस विशाल हार के बाद भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में पारी और रन से हारने वाली टीमों की लिस्ट में तीसरे पायदान पर पहुंच गई है। भारतीय टीम ने इस फेहरिस्त में ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ा है और 45 बार पारी से हार का सामना कर तीसरे नंबर पर काबिज है। उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड की टीम को टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार (63) पारी से हार का सामना करना पड़ा है, जबकि वेस्टइंडीज (46) की टीम दूसरे पायदान पर हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया (44), बांग्लादेश (43) और न्यूजीलैंड (39) का नाम भी शामिल है।
इतना ही नहीं चौथे विकेट के बाद दोनों पारियों में सबसे कम रन बनाने वाली टीम की लिस्ट में भी भारत का नाम शामिल है और वह चौथी बार ताश के पत्तों की तरह बिखरती नजर आयी है। 2016-17 में पुणे के मैदान पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 41 रन जोड़े थे तो वहीं हेडिंग्ले में सिर्फ 63 रन जोड़ सकी। 1952 में मैनचेस्टर के मैदान पर भारत ने इंग्लैंड के ही खिलाफ 64 रन जोड़े थे तो वहीं पर 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 77 रन ही बना सकी थी।
ऐसा करने वाले दूसरे गेंदबाज बने एंडरसन
भारत के लिये इस मैच में जेम्स एंडरसन ने 4 विकेट झटके और घरेलू क्रिकेट में 400 टेस्ट विकेट लेने का आंकड़ा भी पूरा कर लिया। जेम्स एंडरसन ने इंग्लैंड की सरजमी पर 94 टेस्ट मैच खेलकर 400 विकेट हासिल कर लिये हैं और वह ऐसा करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन गये हैं। अपनी घरेलू सरजमीं पर सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है जिन्होंने 73 टेस्ट मैच में 493 विकेट झटके थे। वहीं एंडरसन इस लिस्ट में दूसरे पायदान पर पहुंच गये हैं।