ऑस्ट्रेलिया से की तुलना
डेरेन गॉग ने कहा कि मौजूदा भारतीय टीम की सोच 90 के दशक के ऑस्ट्रेलिया की टीम की तरह है, कोहली टीम को हर हाल में जीत कैसे हासिल करें इसके लिए प्रेरित करते हैं। जिस तरह से पिछले दो टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को हराया है उसने इंग्लैंड के खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति काफी नाजुक हो गई है। ऐसे में चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के लिए वापसी करना बड़ी चुनौती होगी। आप उन खिलाड़ियों की मनोदशा को समझ सकते हैं जिनकी मानसिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है।
नए खिलाड़ियों को टेस्ट करना चाहिए था
डरेन गॉग ने कहा कि अगर मैं जो रूट होता तो मैं बहुत नाराज होता, मैं रूट के लिए महसूस कर सकता हूं, मुझे लगता है कि वन डे क्रिकेट काफी ज्यादा हावी हो चुका है। मुझे पता है कि हम टी-20 विश्वकप के लिए टीम बना रहे हैं, लेकिन हमारे मुख्य खिलाड़ी अब सेटल हो चुके हैं और उन्हें हर 50-50 और 20-20 मैच खेलने की जरूरत नहीं है। टी-20 के लिए हमे कुछ नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए ताकि हम देख सके कि वो टीम में आने के लिए तैयार हैं या नहीं।
सीरीज में 2-2 से बराबरी की उम्मीद
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि इंग्लैंड की टीम टेस्ट सीरीज में 2-2 से बराबरी करके सीरीज को ड्रॉ करा सके। यह सीरीज का जबरदस्त परिणाम होगा, लेकिन इंग्लैंड की टीम यह जरूर सोच रही होगी कि क्या उसने भात में सीरीज को जीतने का मौका गंवा दिया। अगर इंग्लैडं की टीम ने अपने सबसे अच्छे खिलाड़ियों को मौका दिया होता तो संभव है कि सीरीज में वो जीत दर्ज कर पाते। बता दें कि चौथा और आखिरी टेस्ट मैच 4 मार्च को खेला जाएगा।