दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में होगा भारत-इंग्लैंड पिंक बॉल टेस्ट
बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज का पिंक बॉल टेस्ट मैच 700 करोड़ की लागत से गुजरात में बने नये मोटेरा स्टेडियम में आयोजित कराया जा सकता है।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज के दूसरे मैच को भी पिंक बॉल से कराया जायेगा और यह मैच अहमदाबाद में निवनिर्मित सरदार पटेल स्टेडियम में कराया जा सकता है।
उन्होंने साथ ही कहा कि बोर्ड भविष्य में प्रत्येक सीरीज में एक डे-नाइट टेस्ट के आयोजन का प्रयास करेगा। भारत ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट पिछले साल नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेला था और आसान जीत दर्ज की थी।
आखिर क्यों है खास यह स्टेडियम
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के लिये सरदार पटेल स्टेडियम एक ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसे महज 3 साल में पूरा कर लिया गया है। यह स्टेडियम पुराने स्टेडियम को तोड़कर पुनिर्मित किया गया है। पुराने मोटेरा स्टेडियम में 53 हजार दर्शकर बैठ सकते थे लेकिन अब इस स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार दर्शक एक साथ उस मैच का लुत्फ ले पाएंगे।
इस स्टेडियम का निर्माण 63 एकड़ में किया गया है। इस मैदान का ड्रेनेज सिस्टम बहुत अच्छा बनाया गया है। बारिश खत्म होने के 20 मिनट के अंदर मैदान को खेल शुरू करने के लिए तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा ड्रेसिंग रूम में भी जिम की सुविधा है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारत खेलेगा डे-नाइट टेस्ट मैच
हाल ही में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घरेलू सरजमीं पर डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने को तैयार हैं। फिर वो गाबा हो या फिर पर्थ। जिसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बात का ऐलान करते हुए इसकी पुष्टि कर दी है।
पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा, ‘हां, ऑस्ट्रेलिया में भारत डे-नाइट टेस्ट खेलेगा। जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।'
भारतीय टीम अक्टूबर में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाएगी जहां टी20 विश्व कप के बाद वह 4 टेस्ट, 3 वनडे और 3 मैचों की टी20 सीरीज खेलेगी। इस डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी एडिलेड करेगा।
पिछली बार विराट सेना ने किया था इंकार
2018-19 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गई थी तब भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ पिंक बॉल टेस्ट खेलने की अर्जी लगाई थी लेकिन भारतीय टीम ने इस गेंद से खेलने का अनुभव न होने के काऱण इंकार कर दिया था।
गौरतलब है कि साल 2015 में टेस्ट क्रिकेट को दर्शकों के बीच मशहूर करने के लिये पहली बार पिंक बॉल टेस्ट की शुरुआत की गई थी। तब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने पहला पिंक बॉल (डे-नाइट) टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, श्रीलंका, जिम्बाब्वे आदि देशों ने पिंक बॉल टेस्ट की शुरुआत कर दी थी लेकिन टीम इंडिया ने साल 2019 में जाकर इस नए टेस्ट फॉर्मेट को स्वीकार किया।