ओझा ने बताया क्यों मिले कुलदीप को मौका
कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को मौका देने के बारे में बात करते हुए ओझा ने कहा कि उनमें गेंद के साथ अलग-अलग वैरिएशन से गेंदबाजी करने की कला है जो कि इंग्लिश गेंदबाजों के लिये परेशानी का सबब बनेगी।
स्पोर्स टुडे के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को प्लेइंग 11 में अश्विन के साथ जगह मिलनी चाहिये, जिसके बाद अक्षर पटेल को मौका मिलना चाहिये। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वाशिंगटन सुंदर ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन अब हमारे पास अश्विन आ चुके हैं तो ऐसे में गेंदबाजी में विविधता होना चाहिये जो कि कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के पास है। वहीं आप एक ऐसे गेंदबाज की ओर देख रहे हैं जो जडेजा की गैर मौजूदगी में टीम के लिये बल्लेबाजी भी कर सके तो ऐसे में अक्षर पटेल वो काम कर सकते हैं।'
हार्दिक पांड्या को किस वजह से मिलना चाहिये मौका
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम के पास कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav), वाशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन जैसे विश्व स्तरीय स्पिनर्स मौजूद हैं जिसके चलते प्लेइंग 11 का चयन करना एक मुश्किल कार्य हो गया है। प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) ने इस दौरान हार्दिक पांड्या के टीम में शामिल किये जाने को लेकर भी बात की और कहा कि यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर रहेगा कि चेपॉक का विकेट कैसा रहने वाला है।
उन्होंने कहा,' यह पूरी तरह से चेपॉक की विकेट पर निर्भर रहेगा कि वो कैसा रहने वाला है। इसी के बाद यह सोचा जा सकता है कि भारतीय टीम को अतिरिक्त स्पिनर के साथ जाना चाहिये या हार्दिक के साथ। हां यह बिल्कुल सच है कि वो भारतीय टीम के लिये अहम खिलाड़ी साबित होते है, लेकिन यह तब होता है जब वह गेंदबाजी भी करते नजर आते हैं। जैसा कि दीप दासगुप्ता ने पहले भी कहा है कि अभी हार्दिक की गेंदबाजी करने की स्थिति पर नजर रखी जा रही है, वो अगर गेंदबाजी कर पाते हैं तो इंग्लैंड (England) के खिलाफ काफी खतरनाक साबित होंगे।'
खिलाड़ी का 100 प्रतिशत फिट होना जरूरी
प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिये आपको 100 प्रतिशत फिट होना बेहद जरूरी है।
इस बारे में बात करते हुए ओझा ने कहा,' आप टेस्ट मैच की बात कर रहे हैं जो कि सबसे अलग प्रारूप होता है। सफेद बॉल क्रिकेट में आपको ज्यादा से ज्यादा से ज्यादा 2-3 स्पैल फेंकने होते हैं जबकि टी20 क्रिकेट में आपको सिर्फ 4 ओवर फेंकने होते हैं, वहीं टेस्ट मैच में हर सेशन अलग होता है जिसमें आपको गेंदबाजी करनी होती है। आपकी बॉडी गर्म होती है फिर ठंडी होती है और फिर आपको दोबारा गेंदबाजी करने के लिये वॉर्म अप होना पड़ता है। जब आप हर सेशन में इस तरह से गेंदबाजी करते हैं तो आपको अपना सब कुछ देना पड़ता है तो आपके लिये 100 प्रतिशत फिट होना बेहद जरूरी हो जाता है।'