अहमदाबाद। पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है, ऐसे समय में क्रिकेट मैच की फिर से शुरुआत मुश्किल चुनौती थी, लेकिन कोरोना के मामलों के कम होने के बाद एक बार फिर से क्रिकेट को शुरू किया गया और बायो बबल का इस्तेमाल खिलाड़ियों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए किया गया। बायो बबल पर अश्विन ने कहा कि इसे इसलिए ही लाया गया ताकि कोरोना के जोखिम से बचा जा सके और यह इसने खिलाड़ियों की काफी मदद की है। बायो बबल की वजह से दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों के बीच आपसे तालमेल और लगाव अच्छा हुआ है।
टीमों के बीच लगाव मजबूत हुआ
अश्विन ने कहा कि मैं एक बात जरूर कहना चाहूंगा कि इस बायो बबल की वजह से खिलाड़ी एक दूसरे के करीब ज्यादा आ रहे हैं। टीमों के बीच लगाव और मजबूत हो रहा है। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि लोग कुछ बोर हो जाते हैं क्योंकि वो अकेला महसूस करते हैं , ऐसे में यह अच्छा है कि लोग मदद मांगे। लेकिन मेरे लिए यह काफी अच्छा रहा है। इस दौरान मैं ऑनलाइन वीडियो देखता हूं, किताब पढ़ता हूं।
परिवार साथ तो अच्छा लगता है
रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेरा परिवार मेरे साथ था, मैं उन्हें आईपीएल के दूसरे हिस्से में दुबई भी साथ लेकर गया था। इस दौरे के लिए मैं परिवार को साथ नहीं लाया हूं, मैंने भी रोटेशन पॉलिसी का इस्तेमाल किया और मैने उ्नहें घर पर छोड़ दिया है। उनके बिना रह पाना काफी मुश्किल है, लेकिन होटल के इतने बड़े मनोरंजन स्थल पर हम एक दूसरे खिलाड़ियों के साथ बैठते हैं और हमारे बीच बॉन्डिंग अच्छी होती है।
सबसे तेज 400 विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज
बता दें कि तीसरे टेस्ट मैच में अश्विन ने 7 विकेट हासिल किए थे और इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में यह कारनामा करने वाले वह चौथे भारतीय गेंदबाज बन गए है। यही नहीं सबसे तेज 400 टेस्ट विकेट लेने के लिहाज से आर अश्विन दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद अश्विन दूसरे गेंदबाज हैं जिन्होंने सबसे कम मैच में 400 विकेट लेने का कीर्तिमान अपने नाम किया है।
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