आलोचना को लेकर रवि शास्त्री ने तोड़ी चुप्पी
रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई भी रवि शास्त्री और विराट कोहली के इस बुक लॉन्च इवेंट में शामिल होने से खुश नहीं थी। हालांकि मैनचेस्टर टेस्ट कैंसिल होने के बाद लगातार हो रही आलोचनाओं और इंग्लिश मीडिया की ओर से निशाना बनाये जाने को लेकर हेड कोच रवि शास्त्री ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा कि जब पूरा देश खुला हुआ है और किसी तरह की पाबंदियां लागू नहीं हैं तो वहां पर बायोबबल के किस प्रोटोकॉल की बात हो रही है, ऐसे में पहले टेस्ट मैच के बाद से ही कुछ भी हो सकता है।
मिड डे के साथ बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा,' पूरा देश (युनाइटेड किंगडम) खुला हुआ है। हर चीज आम आदमी के संपर्क में है, ऐसे में पहले टेस्ट से ही कुछ भी हो सकता है।'
ईसीबी ने नहीं दिये थे अलग होटल
उल्लेखनीय है कि भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई सीरीज के पहले मैच के साथ ही इंग्लैंड में कोरोना संबंधित पाबंदियों को हटा दिया गया था और कोई भी व्यक्ति मास्क पहनने को बाध्य नहीं था। हालांकि ईसीबी ने भारतीय टीम को पहले दो टेस्ट मैच में बायोबबल के तहत ऐसे होटल दिये थे जिसमें आम जनता नहीं आ सकती थी, लेकिन तीसरे टेस्ट मैच के साथ ही यह सुविधा हटा ली गई, और भारतीय टीम जिस होटल में ठहरी, वहां की लिफ्ट और खाने का एरिया टीम और आम आदमी के लिये एक ही था।
वहीं पर रवि शास्त्री ने जिस बुक लॉन्च इवेंट का आयोजन किया वह उसी होटल में हुआ था जिसमें टीम ठहरी थी, ऐसे में जो होटल पहले से ही आम लोगों के लिये खुला हो, उसे बायोबबल के प्रोटोकॉल से जोड़ना सिर्फ दोषारोपण करना नजर आता है।
भारत के चलते बना क्रिकेट इतिहास का बेस्ट समर
रवि शास्त्री ने अपनी आलोचना को परे रखते हुए भारतीय टीम के प्रदर्शन की तारीफ की और इसे क्रिकेट का बेस्ट समर बताया। उन्होंने भारतीय टीम की तारीफ करते हुए कहा कि उसने मुश्किल परिस्थितियों में हार नहीं मानी और विपक्षी टीम के सामने पहाड़ जैसी खड़ी रही और कुछ यादगार जीत अपने नाम की।
उन्होंने कहा,'मेरे हिसाब से यह इंग्लैंड क्रिकेट के लिये बेस्ट समर रहा, जहां पर इंग्लिश टीम को भारतीय टीम का वो रूप देखने को मिला जब लंबे समय से नजर नहीं आया था। कोरोना के मुश्किल हालातों के बीच खिलाड़ियों ने जबरदस्त खेल दिखाया। मौजूदा हालात में किसी और टीम ने ऐसा खेल नहीं दिखाया है जैसा कि इस भारतीय टीम ने किया, फिर चाहे वो ऑस्ट्रलिया रहा हो या फिर इंग्लैंड। किसी भी एक्सपर्ट से पूछ लीजिये। इस टीम के साथ रहकर जो काम से संतुष्टि मिली है वो कभी नहीं हासिल हुई थी।'