पिच का किया बचाव
सुनील गावस्कर ने कहा कि पिछले टेस्ट मैच में जिस तरह से दोनों ही टीमों ने बल्लेबाजी की वह कतई अच्छी नहीं थी। पिछले मैच में जिस तरह से बल्लेबाजी हुई, गेंदबाजी हुई उसके बारे में चर्चा होनी चाहिए थी। जब कोई टीम 112 और 145 पर आउट होती है तो इसका मतलब है कि बल्लेबाजी अच्छी नहीं हुई है। आप टर्न के लिए खेलते हैं और गेंद सीधी आपके विकेट पर टकराती है तो सवाल आपकी बल्लेबाजी पर उठेगा। अगर टर्निंग पिच होती तो हर एक गेंद घूमती, उछाल लेती तब आप कह सकते थे कि हां पिच खराब है। जब बल्लेबाज बोल्ड हुए, एलबी हुए तो आप कैसे कह सकते हैं कि पिच में खराबी थी।
चल फुट यहां से
पिच पर सवाल खड़ा कर रहे लोगों को सुनील गावस्कर ने दो टूक कहा कि हम बाहर के खिलाड़ी को इतनी महत्ता क्यों देते हैं, वो क्या कहते हैं हम उसकी चर्चा क्यों करें। जब भारतीय टीम 36 रन पर आउट होती है तो कोई कुछ नहीं बोलता है। हमे यह दिखाना चाहिए कि सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी क्या कहते हैं, उसपर चर्चा करनी चाहिए, बाहर के खिलाड़ी क्या बोलते हैं उन्हें हमे बिल्कुल भी तवज्जों देने की जरूरत नहीं है। हमे बाहर के खिलाड़ी को कहना चाहिए चल फुट यहां से, हमे यही करना चाहिए, उनके बारे में बिल्कुल चर्चा नहीं करनी चाहिए और ना ही उन्हें महत्ता देनी चाहिए।
इन लोगों को नजरअंदाज करना चाहिए
सुनील गावस्कर ने कहा कि इन बाहर के लोगों के बारे में हमे बात नहीं करनी चाहिए। इनके बारे में पेपर और टीवी पर नहीं बात करनी चाहिए। जबतक ये लोग जानेंगे कि इनके बारे में चर्चा हो रही है और इन्हे महत्ता दी जा रही है ये लोग बयान देते रहेंगे। गावस्कर ने कहा कि ये लोग बाहर हैं, इनका मैच से कोई लेना देना नहीं है, ऐसे में इनके बारे में क्यों चर्चा करें। पिच को लेकर ना तो जो रूट और ना ही इंग्लैंड की टीम ने कोई शिकायत की है।