वीवीएस लक्ष्मण को ठाकुर और सिराज ठीक नहीं लगे-
भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि मोहम्मद सिराज एक ऐसे गेंदबाज थे जो कुछ खास नहीं लगे और ना ही शार्दुल ठाकुर भी खास थे। इन दोनों ही बॉलरों ने अच्छी गेंदबाजी नहीं की और दोनों को एक-एक विकेट मिला लेकिन लक्ष्मण मोहम्मद सिराज को लेकर कुछ अधिक चिंताजनक दिखाई दिए। मोहम्मद सिराज ने लॉर्ड्स टेस्ट में 8 विकेट चटका कर सुर्खियां बटोर ली थी लेकिन हेडिंग्ले में उनके खाते में केवल दो ही विकेट जाए और अब यहां लीड्स में उनकी स्पीड भी कम हो गई है जिसके चलते लक्ष्मण को लगता है कि या तो यह गेंदबाज थक चुका है या फिर यह चोट का मारा है।
IND vs ENG: बार-बार मैदान में घुसने वाले जार्वो गिरफ्तार, ओवल में भी तोड़ा था सुरक्षा घेरा
सिराज शायद पूरे फिट नहीं हैं- लक्ष्मण
लक्ष्मण ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए बताया, "शार्दुल ठाकुर धारदार नहीं दिखाई दिए और उन्होंने अपने स्तर से घटिया बोलिंग की जबकि मुझे लगता है कि मोहम्मद सिराज को भी शायद कोई चोट है। ऐसा बार-बार नहीं देखते कि वह 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी नीचे गेंदबाजी करें। ऐसे में या तो वे थक गए हैं जिसके चलते जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा और उमेश यादव को काफी ज्यादा गेंदबाजी करनी पड़ी।
विराट कोहली को मोहम्मद सिराज का इस्तेमाल करने के तरीके ढूंढने होंगे। लक्ष्मण कहते हैं सिराज ने लॉर्ड्स टेस्ट में काफी ऊर्जा के साथ बोलिंग की थी लेकिन अब वे पहले स्पैल से ही कमतर दिखाई देने लगे हैं और उनको शायद चोट भी लगी है।
सिराज के लिए कोहली को दी सलाह-
वैसे तो सिराज फिट होकर भी बहुत तेज गेंदबाज नहीं है लेकिन उनकी स्पीड 135 किलोमीटर से 140 किलोमीटर के आसपास घूमती रहती है और जब से उनका टेस्ट डेब्यू हुआ है तब से ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेले गए पहले टेस्ट मैच से अब तक उन्होंने अपने आप में उल्लेखनीय सुधार किया है लेकिन वह भी अन्य भारतीय खिलाड़ियों की तरह गैर निरंतरता के शिकार है।
लक्ष्मण का मानना है कि सिराज का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना होगा क्योंकि लगातार गेंदबाजी करने से आप थक जाते हैं और ऊर्जा खत्म हो जाती है। लक्ष्मण कहते हैं, "यह हो सकता है कि कोई जो इतनी ज्यादा तीव्रता के साथ गेंदबाजी करता हो वो तीन टेस्ट मैच के बाद अपने आपको थका हुआ महसूस करे। इन मुकाबलों में सिराज ने अपना दिल निकाल कर गेंदबाजी की है। विराट कोहली को सिराज को इस्तेमाल करने के तरीके ढूंढने होंगे और गेंदबाजों को रोटेट करना होगा।"