India vs England VVS Laxman reveals Why Virat Kohli Should remain Captain in All 3 formats: नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच जारी 5 मैचों की टी20 सीरीज के बीच भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने विराट कोहली की कप्तानी को लेकर बड़ा बयान दिया है। पिछले कुछ समय से क्रिकेट जगत में भारतीय टीम के लिये अलग-अलग प्रारूपों में अलग कप्तान बनाने की मांग करते हुए लगातार चर्चा की जा रही है कि क्यों विराट कोहली के पास सभी फॉर्मेटस की कप्तानी नहीं होनी चाहिये। अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में रविवार को खेले गये दूसरे मैच के बाद वीवीएस लक्ष्मण ने इस चर्चा पर अपना पक्ष रखते हुए बताया है कि आखिरकार क्यों भारतीय टीम की तीनों प्रारूपों में कप्तानी विराट कोहली के पास ही होनी चाहिये।
वीवीएस लक्ष्मण ने इस पर बात करते हुए कहा कि कोहली उन खिलाड़ियों में से है जो कि एक प्रारूप में सीमित नहीं हो सकते हैं और हर प्रारूप में जबरदस्त प्रदर्शन करते हैं। ऐसे में अलग-अलग प्रारूपों में एक के बजाय अनेक कप्तान रखने की बात का कोई मतलब ही नहीं बनता है।
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उन्होंने कहा, 'मेरा मानना रहा है कि जब तक किसी अच्छे खिलाड़ी पर कप्तानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी नहीं होती है वो अपने प्रदर्शन को लेकर सीरियस तो होता है पर उस जिम्मेदारी के साथ खेल का आनंद नहीं ले पाता है। वहीं पर विराट के साथ चीजें अलग हैं और वो कप्तानी के साथ बल्लेबाजी में भी अधिक फोकस नजर आते हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाने का काम करते हैं। अगर वो तीनों प्रारूप में उपलब्ध रहते हैं तो उनके पास ही तीनों प्रारूपों की कप्तानी होनी चाहिये।'
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पहले मैच में हार के बाद विराट कोहली बेटी के जन्म के लिये भारत लौट आये थे और उनकी गैर-मौजूदगी में अजिंक्य रहाणे ने टीम की कमान संभालते हुए ऐतिहासिक सीरीज जीतने का कारनामा किया था। वहीं पर विराट कोहली के आईसीसी टूर्नामेंट में अब तक एक बार भी जीत न हासिल कर पाने और रोहित शर्मा के आईपीएल में जबरदस्त रिकॉर्ड को देखते हुए टी20 प्रारूप में भी कप्तान बदलने को लेकर आवाज उठती रहती है।
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वहीं इंग्लैंड के बारे में बात करते हुए लक्ष्मण ने कहा कि उनकी टीम में टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले जो रूट सीमित ओवर्स में रेगुलर नहीं है तो वहीं पर इयोन मोर्गन बतौर टेस्ट प्लेयर जाने नहीं जाते हैं। इस कारण उनकी मजबूरी है कि वो अलग-अलग प्रारूपों में अलग-अलग कप्तान रखें। वहीं पर भारत के लिये ऐसी कोई बंदिश नहीं है। विराट तीनों ही प्रारूप में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी सकारात्मक सोच, वर्क एथिक्स, फिटनेस के प्रति सजगता ने टीम को उस स्तर पर ला खड़ा किया है जिससे हमें नई भारतीय टीम नजर आती है जो कि प्रोफेशनल है।