अहमदाबाद। भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में जिस तरह से इंग्लैंड के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों के सामने जूझते नजर आए उसके बाद इंग्लैंड के बल्लेबाजों की स्किल पर सवाल खड़े हो रहे हैं। टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज टेस्ट क्रिकेटर वसीम जाफरर ने भी इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर सवाल खड़ा किया है। जाफर ने कहा कि अधिकतर इंग्लिश बल्लेबाज सीधी गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठ। बावजूद इसके कि इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन महज 112 रन के स्कोर पर इंग्लैंड की पूरी टीम ऑलआउट हो गई। माना जा रहा था कि इस मैच में इंग्लैंड की टीम टर्निंग पिच पर बेहतर बल्लेबाजी करेगी।
वसीम जाफर ने कहा कि कोई भी टीम जो भारत का दौरा करती है उसे तेज गेंदबाजों को मदद करने वाली पिच की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। कभी-कभी मुझे लगता है कि दौरा करने वाली विदेशी टीमें बहुत ज्यादा शिकायत करती है।
जाफर ने कहा कि जब हम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए थे तो ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी ने कहा था कि गाबा आइए। ये उनकी ताकत है और वो इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं। क्या जब हम इंग्लैंड जाते हैं तो हमे ग्रीन पिच मिलती है। मैं रोहित शर्मा के सात सहमत हूं टीमें घरेलू मैदान में अपनी ताकत के लिहाज से खेलेंगी। मौजूदा भारतीय गेंदबाज दुनिया की सबसे सबसे अच्छी गेंदबाजी है, फिर चाहे स्पिन हो या तेज गेंदबाजी, हम सबसे अच्छे हैं।
जाफर ने कहा कि मुझे लगता है कि इंग्लैंड ने पहली पारी में बहुत खराब बल्लेबाजी की। शायद इंग्लैंड के बल्लेबाज बहुत ज्यादा सोच रहे थे। अगर वो रन नहीं बनाते हैं तो दूसरे बल्लेबाजों के पास वह अनुभव नहीं है कि वह लंबी पारी खेल पाए। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अपनी क्षमता और स्किल पर भरोसा नहीं जताया। अगर इंग्लैंड ने पहली पारी में 250 रन बनाए होते तो यह टेस्ट मैच ज्यादा अच्छा रहता। ऐसे में पिच को दोष देने का कोई मतलब नहीं है।