नई दिल्ली। यूएई में खेले जा रहे टी20 विश्वकप का आखिरी लीग मैच भारत और नामिबिया की टीम के बीच खेला जा रहा है, जहां पर भारतीय टीम 18 साल बाद पहली बार नामिबिया के साथ मैच खेल रही है। भारत ने इससे पहले 2003 विश्वकप में नामिबिया का सामना किया था। टी20 विश्वकप के लिहाज से यह मैच भले ही डेड रबर बन चुका है लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली के कप्तानी करियर का यह आखिरी मुकाबला है जो कि इसे फैन्स के लिये काफी खास बना देता है। विराट कोहली के लिये बतौर कप्तान यह 50वां टी20 मैच रहा जिसमें उन्होंने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया।
पहले गेंदबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन आगे चलकर भारतीय गेंदबाजों ने टीम की वापसी कराने का काम किया और निर्धारित 20 ओवर्स में नामिबिया की टीम को 8 विकेट के नुकसान पर 131 रनों पर रोक दिया। नामिबिया के लिये स्टीफन बार्ड (21) और माइकल वैन लिंगेन (14) ने पारी की शुरुआत करते हुए महज 4.3 ओवर्स में 33 रन जोड़ लिये। ऐसा लग रहा था कि नामिबिया की टीम अच्छी बल्लेबाजी कर एक बड़ा स्कोर खड़ा कर सकती है, लेकिन तभी जसप्रीत बुमराह ने साझेदारी को तोड़ते हुए लिंगेन का विकेट चटकाया।
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पहले विकेट की साझेदारी टूटने के साथ ही नामिबिया के लिये विकेटों की झड़ी लग गई और अगले ही ओवर में रविंद्र जडेजा ने क्रेग विलियम्स (0) को स्टंप करा दिया। नामिबिया को दूसरा झटका देने के बाद जडेजा ने अपने अगले ओवर में खतरनाक नजर आ रहे स्टीफन बार्ड को एलबीडब्लयू कर तीसरा झटका दिया। वहीं रविचंद्रन अश्विन ने भी अपनी गेंदबाजी से कमाल किया और पहले लोफ्टी ईटन को रोहित शर्मा के हाथों कैच कराया तो वहीं पर कप्तान गेर्राड इरेसमस को पंत के हाथों लपकवाया।
रविंद्र जडेजा ने जेजे स्मिट (9) को रोहित शर्मा के हाथों कराकर अपना तीसरा विकेट हासिल किया तो वहीं पर रविचंद्रन अश्विन ने भी अगले ओवर में जेन ग्रीन को बोल्ड मारकर अपनी तीसरी सफलता हासिल की। नामिबिया के लिये डेविड वीज (26), स्टीफन बार्ड (21), जेन फ्रिलिंक (15) और रुबेन ट्रंपलमेन (13) ने अहम पारियां खेली और टीम के स्कोर को 131 रनों पर पहुंचाया।
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वहीं भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो जहां पर अश्विन-जडेजा ने काफी किफायती रहते हुए 3-3 विकेट हासिल किये तो वहीं पर जसप्रीत बुमराह ने भी महज 19 रन देकर 2 विकेट हासिल किये। हालांकि अपना पहला टी20 विश्वकप मैच खेल रहे राहुल चाहर के लिये प्रदर्शन काफी खराब रहा और अपने 4 ओवर के स्पेल में 30 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर सके। मोहम्मद शमी के लिये भी यह मैच काफी महंगा साबित हुआ और उन्होंने अपने स्पेल में 39 रन लुटाये।