जसप्रीत बुमराह की वापसी पर होगी नजर
स्ट्रेस फ्रैक्चर के बाद टीम में वापसी कर रहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिये यह सीरीज खुद को परखने का बड़ा मौका साबित होगी। चोट से उबरने के बाद जब से बुमराह ने मैदान पर वापसी की है उनकी गेंदबाजी में वो धार नजर नहीं आ रही जो पहले हुआ करती थी, ऐसे में कई युवा गेंदबाज हैं जो विश्व कप की टीम में जगह बना सकते हैं। हालांकि भारतीय टीम मैनेजमेंट को पूरा भरोसा है कि जसप्रीत बुमराह इस सीरीज के दौरान अपनी खोयी हुई लय को वापस हासिल कर लेंगे।
तेज गेंदबाजों के पास खुद को साबित करने का मौका
न्यूजीलैंड की परिस्थितियां हमेशा से तेज गेंदबाजों के लिये मददगार रही हैं, ऐसे में जसप्रीत बुमराह के पास वापसी करने का मौका है तो नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर के पास विदेशी सरजमीं पर खुद को साबित करने का मौका है। हाल ही में घरेलू परिस्थितियों में नवदीप सैनी ने ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका के खिलाफ शानदार गेंदबाजी कर अपनी दावेदारी मजबूत की है तो शार्दुल ठाकुर ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। अब इन खिलाड़ियों के पास विदेश में भी अच्छा प्रदर्शन करके दावेदारी मजबूत करने का मौका है।
भारत के सामने होगी बड़ी चुनौती
न्यूजीलैंड दौरे पर भारतीय बल्लेबाजी के सामने कई चुनौतियां होंगी। श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी कर वापसी करने वाले शिखर धवन एक बार फिर चोटिल होकर टीम से बाहर हो गये हैं। तो ऋषभ पंत को बतौर विकेटकीपर टीम में शामिल करने पर अभी भी बहस जारी है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लोकेश राहुल ने विकेटकीपिंग की थी लेकिन साथ ही संजू सैमसन की भी टीम में वापसी हुई है। संवाददाता सम्मेलन में कोहली ने भी ऐसे संकेत दे दिए हैं की राहुल दोहरी भूमिका में दिख सकते हैं। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि कोहली उन्हें एक और मौका देते हैं या नहीं।
हिला हुआ है न्यूजीलैंड का आत्म-विश्वास
वहीं ऑस्ट्रेलिया के हाथों क्लीन स्वीप का सामना करने वाली न्यूजीलैंड टीम का आत्म-विश्वास बुरी तरह हिला हुआ है। इतना ही नहीं न्यूजीलैंड की टीम इस वक्त चोटों से जूझ रही है। ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फग्र्यूसन, मैट हेनरी और जिम्मी नीशम चोट के कारण बाहर हैं। भारत के पिछले दौर पर न्यूजीलैंड ने अपने घर में 2-1 से जीत हासिल की थी।
इससे टीम आत्मविश्वास जरूर ले सकती है। इस सीरीज में केन विलियम्सन टी-20 में वापसी कर रहे हैं तो टीम के लिए यह भी अच्छी खबर है।
कोहली भी इस बात को मान चुके हैं कि घर में किवी टीम बहुत खतरनाक है और अपने यहां कि परिस्थतियों में वह किसी को भी मात दे सकते हैं।
ऐसी हो सकती हैं प्लेइंग इलेवन
टीमें (संभावित) :
भारत : वराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), संजू सैमसन, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, रवींद्र जडेजा, शार्दूल ठाकुर।
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, रॉस टेलर, स्कॉट कुगलेजिन, कोलिन मुनरो, कोलिन डी ग्रांडहोम, टॉम ब्रूस, डार्ली मिशेल, मिशेल सैंटनर, टिम सेइफर्ट (विकेटकीपर), हामिश बेनेटे, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, ब्लेयर टिकनेर।