नई दिल्लीः भारत और न्यूजीलैंड की टीमें 17 नवंबर को टी20 सीरीज की शुरुआत कर रही हैं जो भारतीय सरजमीं पर खेली जाएगी। यह तीन मैचों की सीरीज होगी जिसका पहला मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला जाएगा। यहां शाम को भारी ओस पड़ेगी जिसके चलते टॉस का प्रभाव बहुत कम हो जाएगा। हमने टी20 वर्ल्ड कप में देखा था कि टॉस जीतकर दूसरी बैटिंग करने वाली टीम फायदे में थी क्योंकि वहां पर देर शाम को ओस पड़ती थी जिससे एक टीम को घाटा और दूसरी को लाभ होता था। सवाई मानसिंह स्टेडियम में 8 साल बाद इंटरनेशनल मैच हो रहा है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के ग्राउंड स्टॉफ और बाकी अधिकारियों ने पीटीआई से बात करते हुए जानकारी दी है कि पिछले दो दिनों से यहां पर शाम 7 बजे तक ओस बैठनी शुरू हो जाती है। यह मैच के शुरू होने का समय है।
आधिकारियों ने कहा कि, यहां जयपुर में पहली पारी में ओस रहेगी जो टॉस के फायदे को काफी हद तक खत्म कर देगी। आप टी20 में इस पिच से काफी रनों की उम्मीद कर सकते हैं।
बता दें कि उन जगहों पर टॉस अहम हो जाता है जहां एक पारी सूखी रह जाती है और दूसरी में ओस पड़नी शुरू हो जाती है। लेकिन जयपुर में ऐसी समस्या देखने को नहीं मिलेगी।
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उन्होंने कहा कि, हम एंटी ओस स्प्रे का इस्तेमाल करेंगे लेकिन हम देख चुके हैं कि इसका प्रभाव बहुत हल्का होता है।
इस मैदान पर भारत ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया का मजाक बनाकर रख दिया था जब रोहित शर्मा और विराट कोहली ने सैकड़े जड़कर कंगारूओं द्वारा दिए गए 359 रनों का टारगेट को 43.3 ओवर में ही हासिल कर लिया था।
अच्छी बात यह है अब राजस्थान क्रिकेट की रौनक लौटने लगी है क्योंकि फरवरी में वनडे क्रिकेट भी यहां पर खेला जाएगा। उम्मीद है भीड़ भी काफी रहेगी जो 25 हजार के आसपास हो सकती है। स्टेडियम में एंट्री के लिए कम से कम वैक्सीन की एक डोज जरूरी है। जिनको वैक्सीन नहीं लगी उनको आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा।
इस मैच के जरिए भारत में भी क्रिकेट की वापसी होगी क्योंकि इस साल मई में आईपीएल के स्थगित होने के बाद यहां कोई इंटरनेशनल क्रिकेट भी नहीं हुआ है। टी20 वर्ल्ड कप भी यूएई में खेला गया जबकि मेजबान बीसीसीआई था।