प्वाइंट सिस्टम को लेकर जानें क्या बोले केन विलियमसन
आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के प्वाइंट सिस्टम से नाराज केन विलियमसन ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि टीमों को अंक बांटने का यह तरीका उचित है।
विलियमसन ने कहा,' टेस्ट क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप सही दिशा में उठाया गया कदम है। इससे टेस्ट मैच और दिलचस्प हो गये हैं। लेकिन इस चैम्पियनशिप के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला प्वाइंट सिस्टम ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि अगले 1 या 2 साल में इसे बेहतर बनाने के लिये प्रयास किया जाना चाहिये।
रोस टेलर भी जता चुके हैं प्वाइंटस सिस्टम पर आपत्ति
केन विलियमसन से पहले कीवी टीम के सीनियर बल्लेबाज रोस टेलर ने भी आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के प्वाइंट सिस्टम पर आपत्ति जताई थी। टेलर ने कहा था कि प्वाइंटस सिस्टम में शुरु से ही काफी दिक्कतें हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि इस चैम्पियनशिप की वजह से टेस्ट क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा तो शुरु हुई। यह व्यवस्था आदर्श तो नहीं है लेकिन पहले से काफी बेहतर हैं।
उम्मीद है कि आईसीसी इसके अगले संस्करण में प्वाइंटस सिस्टम में बदलाव करते हुए इसे बेहतर बनाने का काम करेगी।
जानें कैसा है विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का प्वाइंटस सिस्टम
आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के प्वाइंटस सिस्टम के तहत किसी भी टेस्ट सीरीज के दौरान अधिकतम 120 अंक दिये जा सकते हैं। फिर चाहे टेस्ट सीरीज कितने ही मैचों की क्यों न हो। अगर टेस्ट सीरीज 2 मैचों की है तो प्रति मैच 60 अकं मिलेंगे। वहीं अगर सीरीज 5 मैचों की है तो यह प्रति मैच 24 प्वाइंटस हो जायेंगे।
आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत भारत अभी तक 7 मैच खेल चुका है, और 360 प्वाइंटस के साथ पहले पायदान पर काबिज है। जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम 3 सीरीज में 11 मैच खेल चुकी है और दूसरे नंबर पर काबिज है।
मैदान पर उतरते ही रोस टेलर रचेंगे इतिहास, बनेंगे दुनिया के पहले खिलाड़ी
वहीं शुक्रवार को जब वेलिंगटन के मैदान पर रोस टेलर उतरेंगे तो वह अपने नाम एक बड़ा कीर्तिमान कर लेंगे। वह क्रिकेट के तीनों प्रारूप में 100 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बन जायेंगे। वेलिंगटन के मैदान पर रोस टेलर अपना 100वां अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच खेलेंगे।
35 साल के टेलर ने 2007 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। कुछ दिनों पहले उन्होंने खुलासा करते हुए कहा था कि उन्हें अपने पहले टेस्ट के बाद लगा था कि वह फिर कभी न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट नहीं खेल पाएंगे।
कुछ ऐसा रहा है टेलर का रिकॉर्ड
रोस टेलर ने इस मौके पर बात करते हुए कहा कि जब दक्षिण अफ्रीका के साथ पहली सीरीज के बाद मुझे बंगलादेश के खिलाफ टीम में जगह नहीं मिली। इसके बाद मैंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू जमीन पर टेस्ट सीरीज खेली और पहले मुकाबले में ही शतक ठोका। उस वक्त मुझे अपने ऊपर विश्वास हुआ कि मैं इस स्तर पर बल्लेबाजी कर सकता हूं।
टेलर ने 99 टेस्ट मैचों में 46.28 के औसत से 7174 रन बनाए हैं जिसमें 19 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 231 वनडे में 8570 रन बनाए हैं जिसमें 21 शतक तथा 51 अर्धशतक शामिल हैं। टेलर ने 100 टी-20 में सात अर्धशतकों की मदद से 1909 रन बनाए हैं।