अजिंक्य रहाणे को टीम दे आराम
वानखेड़े के मैदान पर जो पहला बदलाव भारतीय टीम को करना चाहिये वो है उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को आराम देने का काम। विराट कोहली की वापसी के बाद टीम में एक बदलाव होना बिल्कुल तय है ऐसे में सवाल यह है कि कोहली किसकी जगह पर टीम में वापसी करेंगे। कानपुर में कोहली की जगह मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले श्रेयस अय्यर ने जबरदस्त पारियां खेलकर भारत की नैया को न सिर्फ डूबने से बचाया बल्कि उस परिस्थिति में ले गये जहां पर भारत बस जीत हासिल करने से एक विकेट दूर रह गया था। वहीं पर लगभग दो सालों से खराब फॉर्म से जूझ रहे अजिंक्य रहाणे का फ्लॉप शो कानपुर में भी जारी रहा, ऐसे में विराट कोहली को भारतीय टीम में श्रेयस अय्यर के बजाय अजिंक्य रहाणे की जगह टीम में एंट्री करनी चाहिये। हालांकि शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस तरह से कोहली ने रहाणे का समर्थन किया है उससे यही लग रहा है कि वो वानखेड़े टेस्ट में उपकप्तान को एक बार फिर मौका देना चाहते हैं।
मोहम्मद सिराज को मिले टीम में एंट्री
वानखेड़े टेस्ट के लिये भारतीय टीम को दूसरा बदलाव तेज गेंदबाजी में करना चाहिये, जहां पर वो ईशांत शर्मा को आराम देकर युवा पेसर मोहम्मद सिराज को मौका दे। टेस्ट क्रिकेट में अक्सर पेस अटैक की जिम्मेदारी संभालने वाले जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को इस सीरीज से आराम दिया गया है जिसके बाद कीवी टीम के खिलाफ खेले गये पहले टेस्ट मैच में यह जिम्मेदारी ईशांत शर्मा और उमेश यादव संभालते नजर आये। हालांकि पहले टेस्ट मैच में ईशांत शर्मा बिल्कुल भी प्रभावी नजर नहीं आये और टीम को एक भी विकेट दिला पाने में नाकाम रहे, वहीं पर उमेश यादव ने कुछ अच्छी गेंदबाजी की और टीम के लिये खतरनाक बन रहे बल्लेबाजों का विकेट लेकर टीम की वापसी करने में मदद की। ऐसे में मोहम्मद सिराज अपनी आक्रामक गेंदबाजी से ईशांत शर्मा की जगह लेकर अहम मौकों पर विकेट निकालने का खास काम कर सकते हैं। ईशांत शर्मा के लिये इंग्लैंड का दौरा भी खास नहीं रहा था जिसकी वजह से पहले टेस्ट मैच के बाद उन्हें प्लेइंग 11 में मौका ही नहीं मिल सका।
साहा को बल्लेबाजी में मिले प्रमोशन
गौरतलब है कि जब गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई तो सबसे पहले सवाल टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा की फिटनेस को लेकर किया गया कि वह अब कैसे हैं। कानपुर टेस्ट के दौरान उनकी गर्दन में खिंचाव आ गया था जिसकी वजह से वो विकेटकीपिंग करने नहीं उतर सके थे और उनकी जगह केएस भरत को आना पड़ा। हालांकि जब दूसरी पारी में भारतीय टीम मुश्किलों में नजर आ रही थी तो वहीं पर साहा ने श्रेयस अय्यर (65) के साथ मिलकर टीम को मुश्किल से बाहर निकालने के लिये अर्धशतकीय साझेदारी की और नाबाद 61 रन बनाकर 284 रनों का लक्ष्य दिया।
साहा ने साल 2017 के बाद पहली बार टेस्ट क्रिकेट में यह अर्धशतक लगाया। हालांकि साहा का बल्लेबाजी क्रम भी पिछले कुछ समय में काफी नीचे चला गया है और वह 7वें या 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नजर आते हैं, जबकि रविंद्र जडेजा को प्रमोशन दिया जा चुका है। ऐसे में अगर कप्तान कोहली साहा को उसी नंबर पर बल्लेबाजी करायें जहां पर ऋषभ पंत करते हैं तो टीम के मध्यक्रम को मजबूती मिलेगी और साहा परिस्थिति के अनुसार अधिक दबाव से मुक्त हो जायेंगे। साहा के करियर में नंबर 6 की बल्लेबाजी काफी सफल रही है और उन्होंने इस पायदान पर 7 पारियों में 35.67 की औसत से रन बनाये हैं।