मशीन नहीं है हमारे खिलाड़ी
रोहित शर्मा ने भारतीय टीम के हेक्टिक शेड्यूल पर बात करते हुए कहा कि खिलाड़ियों के लिये हर रोज स्टेडियम में आकर खेलना आसान नहीं होता है, ऐसे में खिलाड़ियों की मेंटल हेल्थ का ध्यान रखने और उन्हें तरोताजा रखने के लिये वर्कलोड मैनेजमेंट पर काम करना जरूरी है। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली टी20 सीरीज से पहले वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में वर्कलोड मैनेजमेंट पर जोर दिया।
उन्होंने कहा,'कोरोना वायरस के आने के बाद से खिलाड़ियों के लिये वर्कलोड मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी हो गया है। हम बहुत सारे मैच खेलकर आते हैं, ऐसे में हमारे लिये जरूरी है कि हम अपने शरीर का ध्यान रखें। हमारे खिलाड़ी मशीन नहीं है, वो हर रोज स्टेडियम आकर मैच नहीं खेल सकते हैं। उन्हें भी थोड़ा वक्त छुट्टी चाहिये। उन्हें भी ताजगी की जरूरत होती है।'
5 ओपनर्स शामिल करने पर बोले रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने इस दौरान सीरीज में नहीं खेल रहे सीनियर खिलाड़ियों की भी बात की और बताया कि हमने अपने खिलाड़ियों को टी20 सीरीज से आराम दिया है, तो वहीं पर कुछ खिलाड़ियों को टेस्ट सीरीज से आराम दिया है। हम अपने खिलाड़ियों को आगे आने वाली चुनौतियों के लिया तैयार कर रहे हैं जिसके लिये उनका मानसिक रूप से तरोताजा रहना जरूरी है। हमें हर सीरीज के दौरान इसका ध्यान रखने की जरूरत है।
रोहित शर्मा ने टीम में 5 ओपनर शामिल करने के सवाल पर भी जवाब दिया और बताया कि घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों के रोल और भारतीय टीम में दिये गये रोल में काफी अंतर है। रोहित शर्मा ने आगे बात करते हुए कहा कि जब कोई खिलाड़ी भारतीय ड्रेसिंग रूम में शामिल होता है तो यह मायने नहीं रखता कि वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपनी राज्य की टीम या फिर आईपीएल फ्रैंचाइजी के लिये किस रोल में नजर आते हैं, क्योंकि यहां पर हम उन्हें एक नया रोल देते हैं। इस रोल को निभाने में कुछ वक्त भी लग सकता है, इसके लिये हमें उन्हें बैक करने की जरूरत होती है।
कैसे दूर करेंगे भारतीय टीम की कमजोरी
रोहित शर्मा ने भारतीय टीम की कमजोरियों पर भी बात की और कहा कि हम किसी दूसरी टीम के टेम्पलेट की फोटो कॉपी नहीं करेंगे, बल्कि हम अपने जीत की कहानी खुद लिखेंगे।
उन्होंने कहा,'हमें बस एक सही टेम्पलेट की जरूरत है और अगले विश्वकप से पहले हमारे पास ऐसा करने के लिये कुछ वक्त भी है। भारतीय टीम ने इस प्रारूप में काफी शानदार प्रदर्शन किया है बस आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सके हैं। हम टीम की तरह खेलते हैं और प्रदर्शन करते हैं। यह सच है कि कुछ कमियां जरूर हैं लेकिन हमें उन कमियों को दूर कर आगे बढ़ने की जरूरत है और आगे आने वाली चुनौतियां का सामना टीम के रूप में करना है। कमियां सिर्फ हमारी टीम में नहीं बल्कि विपक्षी टीम में भी होती है, हमें बस उन्हें ढूंढ कर उनका फायदा उठाने की जरूरत है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हम किसी एक टीम के रास्ते पर चलने वाले हैं बल्कि हम आगे के लिये अपना खुद का नया रास्ता तैयार करेंगे जो हमारी टीम के लिये सबसे बेस्ट हो।'