ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बनें कोहली
वानखेड़े में मिली जीत भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिये बतौर टेस्ट कप्तान 39वीं जीत रही, जिसके साथ ही वह सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तानों की लिस्ट में चौथे पायदान पर पहुंच गये हैं। इस फेहरिस्त में विराट कोहली से आगे ग्रीम स्मिथ (53), रिकी पोंटिंग (48) और स्टीव वॉ (41) का ही नाम शामिल है। इतना ही नहीं बतौर खिलाड़ी यह विराट कोहली के लिये टेस्ट क्रिकेट में 50वीं जीत रही, जिसके साथ ही वह दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गये हैं जो कि क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में कम से कम 50 जीत में शामिल रहा हो। विराट कोहली अपने अब तक के करियर में भारत की 50 टेस्ट जीत, 153 वनडे जीत और 59 टी20 जीतों का हिस्सा रह चुके हैं।
वानखेड़े में भारत को मिली 372 रनों की जीत टीम के लिये टेस्ट क्रिकेट में रनों के मामले में सबसे बड़ी जीत है, विराट कोहली ने धोनी की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2015 में मिली 337 रनों की जीत के रिकॉर्ड को तोड़ा है। इतना ही नहीं रनों के मामले में भारत को मिली टॉप 7 में से 6 जीत विराट कोहली की ही कप्तानी में आयी है। भारत के लिये यह घर पर मिली 14वीं टेस्ट सीरीज जीत है। भारत ने घर पर आखिरी टेस्ट सीरीज 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ गंवायी थी, जिसके बाद से उसे अब तक एक भी घरेलू सीरीज में हार नहीं मिली है।
19वीं बार फेल हुई न्यूजीलैंड की टीम
जहां वानखेड़े में 372 रनों से मिली जीत भारत के लिये रनों के मामले में सबसे बड़ी जीत रही तो वहीं पर न्यूजीलैंड के लिये यह उसकी सबसे बड़ी हार बना। न्यूजीलैंड की टीम के लिये इससे पहले यह रिकॉर्ड 358 रन का था जो कि उसे साउथ अफ्रीका की टीम के हाथों साल 2007 में मिली हार के बाद बना था। वहीं कीवी टीम के लिये भारतीय सरजमीं पर खेले गये टेस्ट मैच में हार का सिलसिला जारी है और वो लगातार 19वीं बार जीत हासिल करने में नाकाम रही है। न्यूजीलैंड की टीम ने आखिरी बार साल 1988 में मुंबई में जीत हासिल की थी। उसके बाद से उसे अब तक अपनी पहली जीत का इंतजार है। इस जीत के साथ की कीवी टीम की लगातार 10 मैचों से अजेय रहने की स्ट्रीक भी टूट गई है।
कीवी टीम का यह विजयी रथ फरवरी 2020 में भारत को हराने के साथ ही शुरु हुआ था और अब भारत के हाथों हारकर ही खत्म हुआ है। इसके साथ ही कीवी टीम के लेफ्ट ऑर्म स्पिनर एजाज पटेल का नाम हारने वाली टीम के लिये सबसे अच्छा प्रदर्शन वाले गेंदबाजों की लिस्ट में शुमार हो गया है और उन्होंने भारत के जवागल श्रीनाथ को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर लिया है। जवागल श्रीनाथ ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये मैच में 132 रन देकर 13 विकेट हासिल किये थे जबकि एजाज पटेल ने 225 रन देकर 14 विकेट चटकाये हैं।
फिरकी का जलवा बरकरार, ऐसा करने वाले दूसरे गेंदबाज बने अश्विन
भारतीय क्रिकेट टीम के लिये इस मैच में एक बार फिरकी का जलवा देखने को मिला और वानखेड़े टेस्ट की दूसरी पारी में जयंत यादव (4/49) और रविचंद्रन अश्विन (4/34) के दम पर कीवी टीम को समेट दिया। 4 साल बाद भारत के लिये वापसी करने वाले जयंत यादव का यह प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ बन गया है तो वहीं पर रविचंद्रन अश्विन ने रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी है। रविचंद्रन अश्विन ने वानखेड़े के मैदान पर खेले गये इस मैच में 8 विकेट लेकर अनिल कुंबले के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली और इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले (38) गेंदबाजों कि लिस्ट में कुंबले के साथ संयुक्त रूप से टॉप पर काबिज हो गये हैं।
अश्विन ने इस मैच की दोनों पारियों में 4 विकेट हॉल लिया और भारत की जीत में सबसे ज्यादा 4 विकेट हॉल लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में अनिल कुंबले (38) की बराबरी कर ली। वहीं अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज की लिस्ट में जहीर खान (80) का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस फेहरिस्त में अनिल कुंबले (89), जवागल श्रीनाथ (84), अश्विन (82) और जहीर खान (80) का नाम शामिल है।
विकेटों का तिहरा शतक किया पूरा
अश्विन ने इसके साथ ही घरेलू सरजमीं पर विकेटों का तिहरा शतक पूरा करने का कारनामा भी किया और ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गये है। उनसे पहले यह कारनामा सिर्फ अनिल कुंबले ही कर सके थे। अश्विन ने महज 49 मैचों में इस आंकड़े को छुआ और टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज इस आंकड़े पर पहुंचने वाले दूसरे गेंदबाज बन गये। मुथैया मुरलीधरन ने घरेलू सरजमीं पर 300 विकेट चटकाने के लिये सिर्फ 48 मैचों का सहारा लिया था। रविचंद्रन अश्विन के कुल 4 विकॉ हॉल की संख्या 51 हो गई है, इतना ही नहीं वानखेड़े टेस्ट के बाद अश्विन के एक कैलेंडर ईयर में 52 टेस्ट विकेट हो गये हैं और वो भारत के लिये एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा बार 50 से ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गये हैं।
टेस्ट क्रिकेट में यह चौथी बार है जब अश्विन (4 बार- 2015, 2016, 2017 और 2021) ने यह कारनामा किया है। उनसे पहले यह रिकॉर्ड हरभजन सिंह (3 बार- 2001, 2002, 2008), अनिल कुंबले (3 बार- 1999, 2004, 2006) और कपिल देव (2 बार, 1979, 1983) के नाम रहा है।